IND-W vs SL-W Dream11 Prediction: वर्ल्ड कप की तैयारी में महिला ट्राई-नेशन सीरीज में कौन करेगा कमाल? मई, 5 2025

IND-W vs SL-W: महिला ट्राई-नेशन सीरीज में किस पर दांव लगाएं?

2025 महिला ट्राई-नेशन सीरीज का पहला मुकाबला भारत महिला और श्रीलंका महिला के बीच 27 अप्रैल को कोलंबो के R. Premadasa स्टेडियम में खेला जाएगा। इस टूर्नामेंट में तीसरी टीम दक्षिण अफ्रीका है और सभी टीमें दो-दो बार एक-दूसरे से भिड़ेंगी। इसके बाद 11 मई को फाइनल में विजेता का फैसला होगा। यह सीरीज महिला क्रिकेट विश्व कप 2025 की तैयारी का सीधा मौका है, इसलिए यहां प्रदर्शन का दबाव भी ज्यादा रहेगा।

फैंटेसी प्लेयर्स या ड्रीम11 टीम बनाने वाले दर्शकों के लिए अब टीम चुनना सिर्फ आंकड़ों या नामों तक सीमित नहीं रह गया। यहां फॉर्म, कंडीशंस, प्लेइंग इलेवन से लेकर हर छोटी-बड़ी जानकारी मायने रखती है। सीरीज के पहले मैच में सबसे जरूरी है, बैटर, बॉलर्स और ऑलराउंडर का सही कॉम्बिनेशन। जो खिलाड़ी पिछले कुछ मैचों में फॉर्म में हैं—जैसे भारत की स्मृति मंधाना या श्रीलंका की चमारी अटापट्टू—उन्हें टीम में जरूर शामिल करना चाहिए।

  • टॉप ऑर्डर बैटिंग: शुरुआती ओवरों में रन बनाने वाले बैट्समैन मायने रखते हैं। स्मृति मंधाना, शेफाली वर्मा जैसी बैटर ओपनिंग का फायदा उठाती हैं और उनके स्ट्राइक रेट बड़े बदलाव ला सकते हैं।
  • कंसिस्टेंट बॉलर्स: टूर्नामेंट के शुरुआती मुकाबलों में पिच थोड़ी स्लो हो सकती है, ऐसे में स्पिनर्स और डेथ ओवर स्पेशलिस्ट पेसर्स को चुनना स्मार्ट रहेगा। भारत की राजेश्वरी गायकवाड़ या श्रीलंका की इनोका रनवीरा विकल्प हो सकती हैं।
  • ऑलराउंडर की वैल्यू: हरफनमौला खिलाड़ी जैसे दीप्ति शर्मा या कविशा दिलहारी, रन के साथ-साथ विकेट भी दिला सकते हैं और ये पॉइंट्स बढ़ाने में मदद करते हैं।

इस बार कुछ दस्ते में बदलाव भी हुए हैं। जैसे दक्षिण अफ्रीका ने ऐनेके बॉश की जगह लारा गुडऑल को मौका दिया है। ऐसे बदलाव सीधे टीम कॉम्बिनेशन और कप्तानी-उपकप्तानी के चयन पर असर डालते हैं। कप्तान वैसे खिलाड़ी को बनाएं, जो लगातार प्रदर्शन कर रहा है। उपकप्तान के लिए किसी नये या फार्म में वापसी कर रहे प्लेयर को ट्राई कर सकते हैं।

पिच, फॉर्म और चोट—इन फैक्टर्स पर रखें नजर

कोलंबो का R. Premadasa स्टेडियम आमतौर पर स्पिनर्स को मदद देता है, लेकिन T20 फॉर्मेट में स्ट्राइक रेट वाले बैट्समैन बड़ा फर्क ला सकते हैं। बारिश या नमी भी रात के मैचों में रोल प्ले कर सकती है। यह हमेशा चेक करें कि लास्ट मिनट बदलाव क्या हुए हैं—किस खिलाड़ी को इंजरी है या टीम लाइन-अप में कोई नया नाम जुड़ा है।

फैंटेसी टीम बनाते समय ऊपर बताए गए फैक्टर्स पर बारीकी से गौर करें। खिलाड़ियों की हालिया फॉर्म और प्लेइंग इलेवन की जानकारी सबसे बड़ा रोल निभाती है। साथ ही, ज्यादा ऑलराउंडर रखकर टीम को बैलेंस देना फायदेमंद रहता है। टॉप ऑर्डर में रन कलेक्ट करने वाले और डेथ ओवर्स में विकेट लेने वाले खिलाड़ियों का कॉम्बिनेशन सबसे ज्यादा पॉइंट दिला सकता है।

तो, इस मुकाबले के लिए अपनी Dream11 टीम तैयार करने से पहले, मार्की बैटर, कान्सिस्टेंट बॉलर और काबिल ऑलराउंडर पर फोकस करें। सीरीज का हर मैच विश्व कप की रणनीति तय करने वाला है, इसलिए तैयार रहिए खुद की टीम को बिल्कुल सटीक चुनने के लिए।