महाराष्ट्र के तटवर्ती इलाकों में मूसलधार बारिश से बचाव सेवाएँ सतर्क, हवाई यातायात प्रभावित जुल॰, 22 2024

महाराष्ट्र के तटवर्ती इलाकों में मूसलधार बारिश से मची अफरातफरी

महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में पिछले कुछ दिनों से हो रही मूसलधार बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। विशेष रूप से मुंबई, ठाणे, नवी मुंबई, और आसपास के इलाकों में भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। स्थानीय प्रशासन और आपातकालीन सेवाएं हाई अलर्ट पर हैं और स्थिति से निपटने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही हैं।

हवाई यातायात पर भारी प्रभाव

लगातार हो रही बारिश और कम दृश्यता के कारण मुंबई एयरपोर्ट पर हवाई यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कम से कम 15 उड़ानों को अन्य स्थानों पर डायवर्ट करना पड़ा है। यात्रियों को काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है, और एयरपोर्ट पर भीड़ बढ़ती जा रही है। प्रशासन यात्रियों को सुझाव दे रहा है कि वे अपनी यात्रा को पुनर्निर्धारित करें और एयरपोर्ट पर तभी आएं जब उनकी उड़ान की कन्फर्मेशन हो।

परिवहन सेवाओं को पहुंचा नुकसान

बारिश के कारण सड़कों पर जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिससे सड़क परिवहन सेवाओं को भी गंभीर प्रभावित हुआ है। कई स्थानों पर बस सेवाओं को डायवर्ट किया गया है ताकि यात्रियों को जलभराव वाले क्षेत्रों से बचाया जा सके। हालांकि रेलवे सेवा पर इसका सीधा असर नहीं पड़ा है, लेकिन ट्रेनों की समय सारिणी में लगभग 15 मिनट की देरी देखी जा रही है।

मुंबई पुलिस का जनता के लिए सलाह

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए मुंबई पुलिस ने जनता के लिए एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें उनसे अनुरोध किया गया है कि वे तटीय इलाकों में जाने से बचें और आवश्यक कार्यों के लिए ही घर से बाहर निकलें। पुलिस की गश्ती टीम लगातार स्थिति पर नजर रख रही है और हर आवश्यक सहायता प्रदान कर रही है।

मदद और राहत कार्य

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्य के बचाव दल, जिला प्रशासन, पुलिस, नगर निगम, और अन्य संबंधित विभागों को सतर्क रहने और तत्काल प्रतिक्रिया देने का निर्देश दिया है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और राज्य आपदा राहत बल (SDRF) के दलों को भी सक्रिय कर दिया गया है।

इस बीच, भारतीय तटरक्षक बल ने भारतीय व्यापारी जहाज से एक क्रू सदस्य को सुरक्षित बाहर निकाला और नवी मुंबई के बेलापुर क्षेत्र में एक जलप्रपात के पास लगभग 50 लोगों को बचाया।

डैम और झीलों के जल स्तर की निगरानी

मुख्यमंत्री ने जलाशयों और झीलों के जल स्तर की नियमित निगरानी का भी आदेश दिया है ताकि समय रहते जल निकासी की व्यवस्था की जा सके और बाढ़ की स्थिति से बचा जा सके। प्रशासन की यह तत्परता जनसुरक्षा को प्राथमिकता पर रखते हुए की जा रही है और प्रदेशवासियों से अपेक्षा की जा रही है कि वे संयम और सतर्कता बनाए रखें।

स्थिति जब तक सामान्य नहीं हो जाती तब तक राज्य शासन और आपातकालीन सेवाएं पूरी तत्परता से लोगों की सहायता के लिए तत्पर रहेंगी। जनता से अनुरोध है कि वे प्रशासन द्वारा जारी किए जा रहे निर्देशों का पालन करें और अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करें।

16 टिप्पणि

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    Srinivas Goteti

    जुलाई 22, 2024 AT 11:50
    ये बारिश तो हर साल होती है, लेकिन हर साल नया नया अलर्ट और नया नया बयान। क्या कोई लंबे समय का प्लान बना पा रहा है?
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    Rin In

    जुलाई 23, 2024 AT 06:25
    मुंबई का तो यही हाल है!!! बारिश होते ही सब बंद!!! इतना पैसा खर्च किया और अभी भी ड्रेनेज नहीं बना?!?!!? अरे भाई, ये तो सिर्फ चुनाव से पहले ही नजर आता है!!! 😡
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    michel john

    जुलाई 23, 2024 AT 18:34
    ये सब चीन की चाल है... उन्होंने बारिश को नियंत्रित करने का टेक्नोलॉजी बनाया है और अब भारत को नुकसान पहुंचा रहे हैं... डैमों का जल स्तर बढ़ाने का इरादा है... ये सब इंटरनेट पर छिपा है... आप लोग नहीं देख रहे... अब तो NDRF भी उनके लिए काम कर रहा है!!!
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    shagunthala ravi

    जुलाई 24, 2024 AT 05:16
    इस समय में जो लोग अपने घरों में सुरक्षित हैं, वो बस एक दिन के लिए भी अपनी सुविधा का आभार महसूस करें। जिनके घर बह गए, जिनकी गाड़ियां डूब गईं, जिन्हें अपना बच्चा खोना पड़ा... उनके लिए दुआ है। ये बारिश नहीं, ये तो हमारी अनदेखी का परिणाम है।
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    Urvashi Dutta

    जुलाई 25, 2024 AT 11:36
    मैंने अपने दादा से सुना था कि 1970 के दशक में मुंबई में बारिश होती थी तो लोग घरों की छतों पर बैठकर बारिश का आनंद लेते थे, आज कल तो बारिश के बारे में सिर्फ बाढ़ और बर्बादी की बात होती है। क्या हमने अपने शहर को बस बिल्डिंग्स और कंक्रीट में बदल दिया है? क्या हमने झीलों को ड्रेन में बदल दिया? क्या हमने वृक्षों को निकालकर सड़क बना दी? ये सब तो बारिश का नहीं, हमारी लापरवाही का नतीजा है।
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    Rahul Alandkar

    जुलाई 25, 2024 AT 20:47
    मैंने देखा कि बेलापुर में जलप्रपात के पास लोगों को बचाया गया। ये बहुत अच्छा है। लेकिन क्या ये बचाव कार्य अब तक भी सिर्फ आपातकालीन ही रहेंगे?
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    Jai Ram

    जुलाई 27, 2024 AT 03:30
    अगर कोई अपनी उड़ान डायवर्ट करवाना चाहता है, तो एयरपोर्ट वेबसाइट पर अपडेट चेक कर लें। मैंने इस बार ऐसा किया और 3 घंटे बाद अपनी उड़ान चल गई 😊 बस थोड़ी धैर्य रखो!
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    Vishal Kalawatia

    जुलाई 28, 2024 AT 11:50
    हर बारिश में नया नया निर्देश? तुम लोग तो सिर्फ बारिश के बाद ही जागते हो। अगर तुम्हारे पास इतना पैसा है तो बस एक बार ड्रेनेज सिस्टम को अपग्रेड कर दो। नहीं तो ये चलता रहेगा। तुम्हारे नेता तो सिर्फ ट्वीट करते हैं।
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    Kirandeep Bhullar

    जुलाई 28, 2024 AT 13:45
    क्या आपने कभी सोचा है कि जब तक हम अपनी शहरी योजनाओं को जलवायु परिवर्तन के अनुकूल नहीं बनाएंगे, तब तक ये बारिश हमें अपनी बारिश का बदला लेती रहेगी? ये बारिश नहीं, ये अपराध है।
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    DIVYA JAGADISH

    जुलाई 29, 2024 AT 11:13
    बारिश में घर से निकलने से पहले एयरपोर्ट का स्टेटस चेक कर लें।
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    Amal Kiran

    जुलाई 29, 2024 AT 14:58
    इतनी बारिश के बाद भी तुम लोग बातें कर रहे हो? जिनके घर डूबे हैं, उनके लिए तुम्हारी बातें क्या फायदा? तुम सब बस बाहर बैठे हो और बारिश का नाटक कर रहे हो।
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    abhinav anand

    जुलाई 30, 2024 AT 17:13
    मैंने आज सुबह एक बस ड्राइवर को देखा, जो बारिश में बस को चला रहा था। उसके चेहरे पर थकान थी, लेकिन वो जारी रहा। उनके लिए धन्यवाद।
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    Rinku Kumar

    अगस्त 1, 2024 AT 11:08
    अरे भाई, ये बारिश तो हमारे नेताओं के लिए एक नया ट्रेंड है। जब भी बारिश होती है, तो वो एक नया फोटो शूट करते हैं। अब तो उनके लिए बारिश एक ब्रांडिंग अवसर है।
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    Pramod Lodha

    अगस्त 1, 2024 AT 19:30
    ये बारिश का मौसम है, लेकिन हम इसे बर्बादी बना रहे हैं। अगर हम अपने शहर को बचाना चाहते हैं, तो बस एक चीज़ करें - अपने घर के आसपास की नालियों को साफ रखें। छोटा कदम, बड़ा असर।
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    Neha Kulkarni

    अगस्त 2, 2024 AT 00:36
    बाढ़ प्रबंधन के लिए जलवायु अनुकूलन योजनाओं के अंतर्गत स्थानीय जल संसाधनों के स्थायी पुनर्संरचना और बहुआयामी जल प्रबंधन प्रणालियों को एकीकृत करना आवश्यक है, जिसमें ड्रेनेज, जल निकासी और जल संचयन के साथ-साथ सामुदायिक भागीदारी का भी समावेश हो।
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    Sini Balachandran

    अगस्त 2, 2024 AT 09:30
    क्या बारिश कोई दोषी है? या हम जिस तरह से जी रहे हैं, वही दोषी है? हमने धरती को बदल दिया... अब वो अपना रास्ता ढूंढ रही है।

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