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Apple का $14 बिलियन AI कदम: Perplexity अधिग्रहण की बड़ी दाँव सित॰, 24 2025

Perplexity अधिग्रहण की पृष्ठभूमि

तकनीकी दुनिया के अंदर एक बड़ी चर्चा चल रही है – Apple ने AI‑संचालित सर्च कंपनी Perplexity को खरीदने की सोच रखी है। Bloomberg की रिपोर्ट के अनुसार, यह सौदा लगभग $14 बिलियन के मूल्य पर होना तय है, जो Apple के अब तक के सबसे बड़े अधिग्रहण के बराबर है।

Perplexity एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म चलाता है जो बड़े भाषा मॉडल को रियल‑टाइम वेब इंडेक्सिंग के साथ मिलाता है। उपयोगकर्ता को जवाब मिलते हैं साथ‑साथ स्रोत भी दिखाए जाते हैं, जिससे जानकारी की पारदर्शिता बढ़ती है। इस वजह से इसे अक्सर Google के विकल्प के रूप में देखा जाता है।

Apple के अंदरूनी स्रोत बता रहे हैं कि इस अधिग्रहण को तेज़ी से आगे बढ़ाने के पीछे दो प्रमुख कारण हैं: पहला, AI में Apple को अब तक की तुलना में बहुत पीछे माना जा रहा है; दूसरा, अगर नियामक Google‑Apple की मौजूदा $20 बिलियन वाली सर्च समझौते को तोड़ते हैं, तो Apple को तुरंत एक वैकल्पिक समाधान चाहिए होगा।

आगे, Apple ने केवल Perplexity ही नहीं, यूरोप की नई AI कंपनी Mistral AI को भी देखा है। Mistral छोटे‑छोटे लेकिन तेज़ मॉडल बनाती है, जो कोडिंग और तर्क‑शक्ति में मजबूत प्रदर्शन देती है। यह विकल्प Apple को अमेरिकी AI दिग्गजों जैसे OpenAI से अलग पहचान बनाने में मदद कर सकता है।

Apple के अंदरूनी बहस और भविष्य की दिशा

Apple के सर्विसेज हेड Eddy Cue इस पहल के सबसे बड़े पक्षधर हैं। Cue ने पहले Netflix, Tesla जैसी बड़ी कंपनियों को खरीदने की कोशिशों को आगे बढ़ाया था, लेकिन CEO Tim Cook ने उन्हें निरस्त कर दिया। अब Cue फिर से बड़े AI सौदे की वकालत कर रहे हैं, क्योंकि उनका मानना है कि AI ही Apple का अगला बड़ा मार्केटिंग बैनर हो सकता है।

दूसरी ओर, सॉफ़्टवेयर के प्रमुख Craig Federighi जैसे अधिकारी अधिक सतर्क हैं। उन्होंने कई बार कहा कि Apple को खुद AI विकसित करना चाहिए, बाहरी कंपनी को खरीदने से बेहतर। उनका तर्क है कि Apple का अंदरूनी इकोसिस्टम पहले ही बहुत मजबूत है और बाहरी अधिग्रहण से उसके मूल मूल्यों पर असर पड़ सकता है।

इन दो ध्रुवों के बीच का संतुलन Apple के निर्णय को जटिल बना रहा है। एक तरफ $20 बिलियन की संभावित सर्च समझौता खतरे में है; दूसरी तरफ कंपनी की कुल मार्केट वैल्यू $3 ट्रिलियन से अधिक है, जिससे बड़े निवेश का खर्च़ कम नहीं है।

यदि Apple $14 बिलियन में Perplexity को खरीद लेता है, तो यह न केवल तकनीकी क्षमताओं को तुरंत बढ़ाएगा, बल्कि Apple को AI‑वर्ल्ड में एक नई कहानी भी देगा। कई एनालिस्ट कह रहे हैं कि ऐसा कदम Apple की स्टॉक वैल्यू को भी ऊपर ले जा सकता है, चाहे वह केवल रणनीतिक कारणों से हो।

हालांकि, Apple अभी भी छोटे‑छोटे AI‑से सम्बंधित कंपनियों को खरीदने के लिए खुला हुआ दिख रहा है। बैंकर्स को बताया गया है कि कंपनी अभी भी छोटे‑मोटे सौदों की ओर झुकाव रखेगी, जिससे बड़े‑पैमाने के जोखिम कम रहें। इस रणनीति का मतलब है कि Apple अंदरूनी नवाचार को प्राथमिकता दे रहा है, लेकिन एक बड़ी AI‑खरीदारी को पूरी तरह से बाहर नहीं रख रहा।

संक्षेप में, Apple के AI‑भविष्य को दो संभावनाएँ घेर रही हैं: या तो Perplexity जैसे बड़े अधिग्रहण से त्वरित क्षमताएँ हासिल की जाएँगी, या फिर कंपनी अपनी मौजूदा रीसर्च टीम और सॉफ्टवेयर इकोसिस्टम पर भरोसा करके धीरे‑धीरे प्रतिस्पर्धी AI बनाएगी। समय ही बताएगा कि कौन सा रास्ता Apple चुनता है, लेकिन स्पष्ट है कि AI के बिना Apple का भविष्य अब उतना उज्ज्वल नहीं दिखता।