भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड पर पहली बार टी20 श्रृंखला जीतकर इतिहास रचा सित॰, 26 2025

टी20 श्रृंखला की झलक

जून‑जुलाई 2025 में इंग्लैंड के मैदानों पर भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने एक ऐसा इतिहास लिखा, जिसका अनुमान कई विशेषज्ञों ने नहीं लगाया था। पाँच मैचों में तीन जीत के साथ 3‑2 का स्कोरबोर्ड मिलाकर टीम ने पहली बार इंग्लैंड के खिलाफ टूर पर टी20 श्रृंखला जीत ली। इस सफलता में भारतीय महिला क्रिकेट की नई पीढ़ी की ताकत झलकी।

पहले मैच में भारत ने 210/5 बनाया, जिसमें स्मृति मंडाना ने 62 गेंदों में 112 रन बना कर अपना पहला ट20 अंतर्राष्ट्रीय शतक बनाया। हारमोनिक साझेदारी के साथ हरलीन डेल ने 23 गेंदों में 43 रन जोड़कर लक्ष्य को जल्दी से पहुंचाया। इंग्लैंड का पीछा 113 पर ही थम गया। इस जीत ने टीम को आत्मविश्वास से भर दिया और श्रृंखला का टोन सेट किया।

दूसरे मैच में अहमजोत कौर और जेमीमा रोड्रिगेज ने क्रमशः 63 रन करके भारत को 24 रन से आगे ले गया। इंग्लैंड ने तीसरे टी20 में 5 रन से जीत कर सीरिज को जीवित रखने की कोशिश की, लेकिन भारत ने चौथे मैच में 6 विकेट से जीत कर अपने 3‑1 लाभ को पक्का किया। पाँचवे मैच में इंग्लैंड ने आखिरी बॉल के टिक से 5 विकेट से जीत दर्ज की, पर चैंपियनशिप भारत के हाथ रही।

  • स्मृति मंडाना – 112 (पहले मैच का शतक)
  • अहमजोत कौर – 63* (दूसरे मैच)
  • जेमीमा रोड्रिगेज – 63* (दूसरे मैच)
  • राधा यादव और श्री चारानी – प्रमुख गेंदबाज़ी
  • नैट स्किवर‑ब्रंट – इंग्लैंड के लिए 160 रन
ओडीआई श्रृंखला और भविष्य की राह

ओडीआई श्रृंखला और भविष्य की राह

टी20 की जीत के साथ ही भारत ने ओडीआई श्रृंखला में भी 2‑1 से विजय प्राप्त की। पहले ओडीआई में दिप्ती शर्मा ने 62* बनाकर टीम को जीत दिलाई। बारिश के कारण दूसरे ओडीआई में इंग्लैंड ने 8 विकेट से जीत हासिल की, पर तीसरे निर्णायक मैच में कप्तान हार्मनप्रीत कौर ने 102 रन बना कर अपना सातवां ओडीआई शतक लिखा। इस मैच में गेंदबाज़ी में क्रांति दिखाते हुए क्रांति गौड़ ने 6/52 की पहली पांच विकेट की वारि ली।

सीरीज़ के दौरान टीम ने न केवल राजशक्ति दिखायी, बल्कि युवाओं को नई उम्मीद भी दी। भारतीय महिला क्रिकेट के प्रशंसक इस जीत को एक बड़े बदलाव का संकेत मान रहे हैं। अगले वर्ष के विश्व कप और एशिया टूर के लिए यह जीत एक मील का पत्थर बन चुका है। कई विशेषज्ञ मानते हैं कि इस सफलता से महिला खिलाड़ी अधिक प्रायोजक, बेहतर बुनियादी ढांचा और अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त करेंगे।

इंग्लैंड के साथ इस टूर ने भारतीय टीम को विदेशी पिच, तेज गर्मी और बदलते मौसम में खेलने की क्षमता दिखा दी। इस अनुभव को लेकर अब कोचिंग स्टाफ युवा खिलाड़ियों को विदेशी परिस्थितियों में बेहतर प्रदर्शन के लिए कठोर प्रशिक्षण दे रहा है। अंत में, इस टूर को भारतीय महिला क्रिकेट के विकास के लिए एक नई उड़ान माना जा रहा है।

11 टिप्पणि

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    Ashish Perchani

    सितंबर 27, 2025 AT 08:45

    ये जीत सिर्फ एक श्रृंखला नहीं, बल्कि एक नए युग की शुरुआत है। महिलाओं ने अब बस खेल नहीं, बल्कि सोच बदल दी है। जब तक हम इनके लिए अलग से तारीफ करते रहेंगे, तब तक हम उन्हें 'महिला क्रिकेटर' बनाए रखेंगे। वो बस क्रिकेटर हैं।

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    Pooja Prabhakar

    सितंबर 28, 2025 AT 06:13

    अरे यार, ये सब तो पहले से तय था। भारत की महिला टीम के पास तो अब दुनिया का सबसे तेज़ बैटिंग लाइनअप है। स्मृति का शतक? बेसिक। जेमीमा का 63? बस एक शुरुआत। राधा यादव की गेंदबाजी तो ओवर-द-काउंटर का नमूना है। और फिर भी लोग बोलते हैं 'महिलाओं ने इतिहास रचा'-अरे भाई, ये तो अब नॉर्मल हो गया है।

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    Anadi Gupta

    सितंबर 30, 2025 AT 00:02

    यह विजय व्यापक रूप से अनुमानित नहीं थी क्योंकि बहुत से विश्लेषक अभी भी पारंपरिक लिंग भूमिकाओं के अनुसार खेल के विकास का मूल्यांकन कर रहे हैं। भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने अब तक जो उपलब्धियाँ हासिल की हैं, वे वैज्ञानिक रूप से अत्यधिक प्रासंगिक हैं और इसके लिए व्यापक संरचनात्मक समर्थन की आवश्यकता है।

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    shivani Rajput

    सितंबर 30, 2025 AT 21:21

    अहमजोत और जेमीमा का एक्सप्लोजन बैटिंग ने टी20 के नियमों को ही रिडिफाइन कर दिया। ये दोनों अब फॉर्मूला नहीं, बल्कि फ्रेंचाइज़ी हैं। और राधा की वायरल गेंद? ये टेक्नोलॉजी नहीं, ये ट्रांसफॉर्मेशन है।

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    Jaiveer Singh

    अक्तूबर 1, 2025 AT 00:47

    इंग्लैंड के खिलाफ जीत? ये तो बस अपने घर का काम था। अब तक हमने जो बर्बरता देखी, उसका बदला ले लिया। अगला लक्ष्य: ऑस्ट्रेलिया को घर पर हराना। और फिर विश्व कप का ट्रॉफी घर लाना।

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    Arushi Singh

    अक्तूबर 1, 2025 AT 15:17

    मैं तो बस ये कहना चाहती हूँ कि जब हम इन लड़कियों को देखते हैं, तो हम न सिर्फ खेल देख रहे होते हैं, बल्कि भविष्य की ताकत देख रहे होते हैं। इनकी मेहनत, इनकी लगन-ये सब बस एक जीत नहीं, एक बदलाव है।

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    Rajiv Kumar Sharma

    अक्तूबर 2, 2025 AT 06:51

    कभी-कभी लगता है जैसे क्रिकेट ने हमें बता दिया कि जब तक दिल में आग है, तब तक बैट और गेंद का फर्क नहीं पड़ता। ये लड़कियाँ ने बस जीत नहीं, बल्कि अपने आप को एक विचार बना दिया। अब तो ये विचार ही बड़ा हो गया है।

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    Jagdish Lakhara

    अक्तूबर 2, 2025 AT 22:43

    इस विजय के बाद अब सरकार को तुरंत इस टीम के लिए विशेष बजट और अलग बुनियादी ढांचा देना चाहिए। यह उपलब्धि राष्ट्रीय स्तर पर अत्यंत महत्वपूर्ण है और इसका उचित सम्मान किया जाना चाहिए।

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    Neha Kulkarni

    अक्तूबर 4, 2025 AT 08:04

    मैं तो सिर्फ ये कहना चाहती हूँ कि जब राधा यादव ने वो 6/52 की वारि ली, तो मैं रो पड़ी। न केवल उसकी गेंदबाजी, बल्कि उसकी आँखों में वो दृढ़ता-वो थी जो दिल को छू गई। ये टीम सिर्फ जीत नहीं, बल्कि आशा की निशानी है।

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    Sini Balachandran

    अक्तूबर 5, 2025 AT 00:29

    जीत का अर्थ क्या है? क्या ये सिर्फ स्कोरबोर्ड पर नंबर है? या ये वो चीज़ है जो एक गाँव की लड़की के दिल में जगमगा देती है? शायद इस जीत का असली इतिहास वहीं लिखा जा रहा है, जहाँ कोई बच्ची टीवी के सामने खड़ी है, और सोच रही है-मैं भी ऐसा कर सकती हूँ।

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    Sanjay Mishra

    अक्तूबर 6, 2025 AT 17:28

    ये टीम ने सिर्फ बैट नहीं घुमाई, बल्कि दिमाग घुमा दिए। जब तक तुम नहीं देखोगे कि एक लड़की ने इंग्लैंड के तेज़ गेंदबाज़ को छक्के मारे, तब तक तुम नहीं जानोगे कि असली शक्ति क्या होती है। ये टीम ने नहीं, ये लड़कियों ने दुनिया को बता दिया-हम यहाँ हैं, और हम यहाँ रुकेंगे नहीं।

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