चैंपियंस लीग: हैरी केन की शानदार फॉर्म से बायर्न म्यूनिख की बड़ी जीत सित॰, 18 2024

एक ऐतिहासिक चैंपियंस लीग मुकाबला

बायर्न म्यूनिख ने चैंपियंस लीग में एक ऐसा कारनामा कर दिखाया जिसे लंबे समय तक याद रखा जाएगा। दीनामो जाग्रेब के खिलाफ खेले गए इस मैच में बायर्न म्यूनिख ने कुल 9 गोल दागे और महज 2 गोल खाए। यह पहली बार था जब किसी टीम ने चैंपियंस लीग के मुकाबले में नौ गोल किए। इस अद्वितीय प्रदर्शन का श्रेय बायर्न के स्टार खिलाड़ी हैरी केन को जाता है, जिन्होंने चार गोल किये।

हैरी केन का जलवा

हैरी केन ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से मैदान में आग लगा दी। उन्होंने अपनी फिनिशिंग स्किल्स का बेहतरीन नमूना पेश करते हुए तीन पेनल्टी मौके को गोल में तब्दील किया और कुल चार गोल अपने नाम किये। अपने इस शानदार प्रदर्शन के साथ ही केन ने वायने रूनी का रिकॉर्ड तोड़ते हुए चैंपियंस लीग में सबसे ज्यादा गोल करने वाले इंग्लिश खिलाड़ी बन गए। केन के गोलों की कुल संख्या अब 33 हो चुकी है।

पहला पेनल्टी गोल और बढ़ते कदम

खेल की शुरुआत में ही बायर्न म्यूनिख ने दबाव बनाया और 19वें मिनट में केन ने पहला पेनल्टी गोल किया। यह गोल तब हुआ जब अलेक्जैंडर पावलोविच को रोनाल पियरे-गैब्रिएल ने फाउल किया। इस गोल के साथ केन ने रूनी के 30 गोल के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली। 57वें मिनट में जोशुआ किम्मिख के शॉट को गोलकीपर इवान नेविस्टिक ने पैरियर किया, जिसके बाद rebound पर केन ने अपना 31वां गोल दागा।

मैच में उतार चढ़ाव

पहले हाफ में बायर्न का दबदबा था, लेकिन दूसरे हाफ की शुरुआत में मैनुअल नॉयर के चोटिल हो जाने के बाद बायर्न को थोड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इस मौके का फायदा उठाते हुए दीनामो जाग्रेब ने जल्दी-जल्दी दो गोल कर डाले। इससे स्कोर लाइन 3-2 हो गया। लेकिन इसके बाद बायर्न ने एक बार फिर से मैच पर पकड़ बना ली।

अन्य खिलाड़ियों का योगदान

हैरी केन के अलावा अन्य खिलाड़ियों ने भी बेहतरीन प्रदर्शन किया। मायकल ओलिसे ने अपने चैंपियंस लीग डेब्यू में दो गोल किए। राफेल ग्युरेरियो, लेरॉय साने और लिओन गोरेत्ज़का ने भी अपने-अपने गोलों से ये सुनिश्चित किया कि बायर्न की बड़ी जीत हो। गोरेत्ज़का का हेडर तो अंत में किया गया जिसने 9-2 की जीत को सील कर दिया।

थोमस म्यूलर का रिकॉर्ड

इस मैच में एक और रिकॉर्ड टूटा, वो था थॉमस म्यूलर का। उन्होंने बायर्न म्यूनिख के लिए 152वीं बार चैंपियंस लीग में खेला, जो किसी भी एक क्लब के लिए सबसे ज्यादा है। उन्होंने इस मामले में ज़ावी हर्नाडेज़ को पीछे छोड़ा।

जीत का महत्व

यह जीत सिर्फ स्कोरलाइन के मामले में ही नहीं, बल्कि आने वाले मैचों के लिहाज से भी बहुत महत्वपूर्ण थी। नए सिंगल लीग फॉर्मेट में गोल अंतर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। बायर्न म्यूनिख ने इस जीत के साथ यह संदेश दिया कि वे किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं।

10 टिप्पणि

  • Image placeholder

    Pooja Raghu

    सितंबर 19, 2024 AT 04:04
    ये सब झूठ है। केन ने कभी इतने गोल नहीं किए। ये सब किसी अमेरिकी कंपनी ने बनाया है ताकि हम फुटबॉल पर धोखा खाएं।
  • Image placeholder

    Pooja Yadav

    सितंबर 20, 2024 AT 20:57
    वाह ये तो बहुत बढ़िया हुआ। केन ने तो बस जादू कर दिखाया। और ओलिसे भी अच्छा खेला। बायर्न की टीम अब देखने लायक हो गई है।
  • Image placeholder

    Pooja Prabhakar

    सितंबर 22, 2024 AT 16:48
    अरे ये तो बस शुरुआत है। केन का ये प्रदर्शन तो बस एक ट्रिगर है। अब यूरोप के सभी क्लब्स उसके खिलाफ गठबंधन बनाएंगे। फीफा के अंदर ही एक साजिश है जो उसे रोकना चाहती है। तुमने देखा कि उसके बाद बाकी सभी गोल अचानक आ गए? ये ऑडियो एडिटिंग है। गोलकीपर ने गेंद को छूना ही नहीं था। ये सब डिजिटल फेक है।
  • Image placeholder

    Anadi Gupta

    सितंबर 24, 2024 AT 05:29
    मैं विश्लेषण करने के लिए आया हूं और यहां का आंकड़ा विश्लेषण अत्यंत अपर्याप्त है। बायर्न के 9 गोलों में से 4 गोल केन ने किए लेकिन उनकी शूटिंग एफिशिएंसी केवल 40 प्रतिशत थी जो एक टॉप फॉरवर्ड के लिए अस्वीकार्य है। इसके अलावा दीनामो जाग्रेब के दो गोल एक अत्यंत दुर्बल डिफेंस के कारण हुए जो बायर्न के फुलबैक्स की अक्षमता को दर्शाता है। यह एक असली जीत नहीं है बल्कि एक अत्यधिक असंतुलित गेम है जिसमें टीम की गहराई ने बचाव किया।
  • Image placeholder

    shivani Rajput

    सितंबर 24, 2024 AT 05:34
    केन का 33वां गोल एक रिकॉर्ड तोड़ने वाला मोमेंट है पर इसका सांख्यिकीय वजन बहुत कम है क्योंकि वह बायर्न के लिए खेल रहा है जो यूरोप का सबसे शक्तिशाली क्लब है। ये रिकॉर्ड टूटना असल में एक अंतरराष्ट्रीय बराबरी का अभाव दर्शाता है। इंग्लैंड के अन्य खिलाड़ी अभी तक चैंपियंस लीग में इतना नहीं खेल पाए।
  • Image placeholder

    Jaiveer Singh

    सितंबर 25, 2024 AT 17:54
    हमारे देश के लिए ये भी बड़ी बात है कि एक इंग्लिश खिलाड़ी ने रिकॉर्ड तोड़ा। अगर हमारा खिलाड़ी इतना खेल पाता तो क्या नहीं होता। जय हिंद।
  • Image placeholder

    Arushi Singh

    सितंबर 26, 2024 AT 06:32
    मुझे लगता है ये बहुत अच्छा खेल था। केन ने तो दिल जीत लिया। मैंने देखा जब वो तीसरा पेनल्टी मारा तो उसकी आंखों में बहुत शांति थी। और थॉमस म्यूलर का रिकॉर्ड... वो तो दिल को छू गया। बायर्न के लिए ये दिन यादगार है।
  • Image placeholder

    Rajiv Kumar Sharma

    सितंबर 26, 2024 AT 19:49
    अरे ये तो जीवन का एक बड़ा सबक है। जब तुम अपनी असली ताकत को पहचान लेते हो तो दुनिया तुम्हारे आगे झुक जाती है। केन ने अपने दिमाग से नहीं बल्कि अपने दिल से गोल किए। ये फुटबॉल नहीं ये तो आत्मा का संगीत है। जब तुम बाहर की आवाज़ों को नहीं सुनते तो अंदर की आवाज़ तुम्हें ले जाती है।
  • Image placeholder

    Jagdish Lakhara

    सितंबर 27, 2024 AT 17:51
    मैंने इस खेल का विश्लेषण किया है और निष्कर्ष यह है कि बायर्न म्यूनिख के इस अद्भुत प्रदर्शन का कारण उनके व्यावसायिक अनुबंधों और वैश्विक ब्रांडिंग रणनीतियों का अत्यधिक उपयोग है। यह एक उदाहरण है जिसमें व्यावसायिक शक्ति ने खेल के आधारभूत मूल्यों को विकृत कर दिया है।
  • Image placeholder

    Nikita Patel

    सितंबर 27, 2024 AT 22:01
    अगर कोई नए फुटबॉल फैन हैं तो ये मैच उनके लिए बहुत अच्छा शुरुआती उदाहरण है। केन की फिनिशिंग, म्यूलर की लगातार निष्ठा, ओलिसे का डेब्यू - सब कुछ सीखने के लिए है। अगर तुम खेल को बस स्कोर के तौर पर देखते हो तो तुम इसकी सुंदरता को खो देते हो। ये टीमवर्क है, ये लगन है।

एक टिप्पणी लिखें