जून, 5 2024
दिल्ली में AAP का प्रदर्शन: चार महत्वपूर्ण सीटों पर नजर
दिल्ली में आगामी लोकसभा चुनावों के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) ने चार महत्वपूर्ण सीटों पर कमर कस ली है, जिसमें नई दिल्ली, पश्चिम दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली और पूर्वी दिल्ली शामिल हैं। दिल्ली की सात सीटों में से चार पर चुनाव लड़ने का निर्णय लेकर AAP ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस के गठबंधन के सामने एक नई चुनौती पेश की है।
मतदान 25 मई 2024 को शुरू हुआ और इसके पहले दिन ही 54 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ। दिल्ली की जनता अपने सात संसद सदस्यों को 18वीं लोकसभा के लिए चुनेगी। पश्चिम दिल्ली की सीट पर AAP ने कमलजीत सेहrawat को उम्मीदवार बनाया है, जिनका मुकाबला BJP के परवेश साहिब सिंह वर्मा से है। वर्मा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में 578,486 वोटों के बड़े अंतर से जीत हासिल की थी।
नई दिल्ली सीट पर भी दिलचस्प मुकाबला
नई दिल्ली सीट पर भी इस बार का चुनाव काफी दिलचस्प होने वाला है। AAP के सोमनाथ भारती का मुकाबला BJP की बंसुरी स्वराज से होगा। पिछले चुनाव में इस सीट से BJP की मीनाक्षी लेखी ने जीत हासिल की थी और अब bसुरी स्वराज ने इसकी जिम्मेदारी संभाली है।
दक्षिणी दिल्ली में भी कांटे की टक्कर
AAP के साही राम का मुकाबला BJP के रामवीर सिंह बिधूड़ी से होगा। 2019 के लोकसभा चुनाव में रामवीर सिंह बिधूड़ी ने इस सीट से विजय हासिल की थी, जबकि उनसे पहले रमेश बिधूड़ी यहां से सांसद थे।
पूर्वी दिल्ली में मुकाबला
पूर्वी दिल्ली में AAP के कुलदीप कुमार का मुकाबला BJP के हर्ष मल्होत्रा से होगा। 2019 में इस सीट से गाैतम गंभीर ने जीत दर्ज की थी, लेकिन इस बार वे राजनीति छोड़ चुके हैं।
2019 के लोकसभा चुनाव के परिणामों में BJP ने दिल्ली की सभी सात सीटों पर विजय प्राप्त की थी। इसके प्रमुख विजेताओं में मीनाक्षी लेखी (नई दिल्ली), रामवीर सिंह बिधूड़ी (दक्षिणी दिल्ली) और गौतम गंभीर (पूर्वी दिल्ली) शामिल थे।
AAP की रणनीति और उसका प्रभाव
इस बार AAP की रणनीति और उसके उम्मीदवारों के चयन पर सबकी नजर है। AAP शिक्षा और स्वास्थ्य के मुद्दों पर अपनी पकड़ मजबूत कर चुकी है और अब सीधे तौर पर संसद में पहुंचने का लक्ष्य बना रही है। विरोधी पार्टियां इस बार कड़ी टक्कर देने के लिए तैयार हैं और देखना होगा कि क्या AAP अपने प्रभाव को लोकसभा चुनावों में भी बरकरार रख पाती है।
कुल मिलाकर दिल्ली के आगामी लोकसभा चुनाव में AAP की भूमिका पर सबकी नजर है। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या इस बार की रणनीति AAP को लोकसभा में मजबूत उपस्थिति दिला पाती है या नहीं। चुनाव प्रचार के दौरान एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी रहेगा, जो इन चुनावों को और भी रोमांचक बनाता है।
Ashish Perchani
जून 6, 2024 AT 23:52AAP की ये चार सीटों पर फोकस करने की रणनीति समझ में आती है। दिल्ली में उनका स्थानीय स्तर पर इतना मजबूत नेटवर्क है कि अब लोकसभा में भी उनकी आवाज़ सुनी जा सकती है। BJP को अब सिर्फ राष्ट्रीय नारे नहीं, बल्कि स्थानीय समस्याओं का जवाब देना होगा।
Ajay Rock
जून 8, 2024 AT 14:22BJP के लिए ये सब बस एक बड़ा धोखा है। AAP को बस दिल्ली में बिजली-पानी का नाम लेकर चलना है, लेकिन जब वो संसद में जाएंगे तो पता चलेगा कि ये सब बस धुंधली छाया है। वो क्या कर पाएंगे? नहीं कर पाएंगे।
Lakshmi Rajeswari
जून 8, 2024 AT 18:08क्या आपने देखा? AAP के सभी उम्मीदवार ठीक-ठाक नहीं हैं! कुलदीप कुमार का नाम तो सुना नहीं था, और अब वो पूर्वी दिल्ली के लिए चुने गए? और बंसुरी स्वराज? वो तो बस मीनाक्षी लेखी की छाया है! ये सब एक बड़ी धोखेबाजी है! लोगों को भ्रमित करने के लिए नए नाम बनाए जा रहे हैं! ये नहीं होगा! ये सब अंदर से जल रहा है!
Piyush Kumar
जून 9, 2024 AT 21:38देखो, AAP ने बस एक बात समझ ली है: जनता बदलाव चाहती है। वो बस बिजली-पानी के लिए नहीं, बल्कि एक ऐसी सरकार के लिए तैयार है जो उनकी आवाज़ सुने। अगर आप इसे बस एक दिल्ली की बात समझते हैं, तो आप बहुत छोटी सोच रहे हैं। ये दिल्ली से शुरू हो रहा है, लेकिन पूरे देश के लिए एक नया मॉडल बन रहा है। अगर हम इसे समझ लें, तो ये सिर्फ चुनाव नहीं, बल्कि एक इतिहास का पल है।
Srinivas Goteti
जून 10, 2024 AT 11:292019 में BJP की जीत तो थी, लेकिन उसके बाद से दिल्ली की जनता ने AAP को अपने जीवन में बहुत कुछ बदला है। अब जब वो लोकसभा के लिए उतर रही हैं, तो ये सिर्फ एक चुनाव नहीं, बल्कि एक जनता के विश्वास की परीक्षा है। देखना दिलचस्प होगा कि क्या लोग इस विश्वास को बरकरार रखेंगे।
Rin In
जून 10, 2024 AT 13:44भाई ये तो बस शुरुआत है! AAP ने अभी तक जो किया है, वो देखो! बस दिल्ली में ही नहीं, पूरे देश में लोग अब देख रहे हैं कि एक छोटी सी पार्टी कैसे बड़े लोगों को चुनौती दे रही है! ये जीत नहीं, बल्कि एक आंदोलन है! 🙌🔥
michel john
जून 11, 2024 AT 09:52ये AAP बस अंग्रेजों की गुलामी का नया रूप है! वो लोगों को भ्रमित कर रहे हैं, बस एक नाम लेकर! दिल्ली के लोगों को याद है ना 2019? उस वक्त BJP ने सब कुछ बरकरार रखा था! अब ये नए नाम बना रहे हैं, लेकिन वो भी तो बस एक जैसे हैं! लोग जागो! ये नहीं होगा! ये सब एक गुप्त योजना है!
shagunthala ravi
जून 12, 2024 AT 07:44हर चुनाव में एक नया अध्याय शुरू होता है। AAP ने जो कुछ दिल्ली में किया है, वो अभी तक किसी ने नहीं किया। अगर वो लोकसभा में भी जाते हैं, तो ये बस एक चुनाव नहीं, बल्कि एक नए ढंग से सरकार चलाने का अवसर होगा। हमें इसे समर्थन देना चाहिए, न कि डरना।
Urvashi Dutta
जून 12, 2024 AT 11:48दिल्ली की ये सात सीटें सिर्फ राजनीति के लिए नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक और सामाजिक अभिव्यक्ति का प्रतीक हैं। AAP के उम्मीदवारों का चयन देखकर लगता है कि वो अब बस शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए नहीं, बल्कि एक ऐसी नई जिम्मेदारी के लिए तैयार हैं जो दिल्ली के लोगों की आवाज़ को संसद में ले जाएगी। ये बात तो सिर्फ दिल्ली के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के लिए एक नया नमूना हो सकती है। जब एक राज्य अपने लोगों के साथ खड़ा होता है, तो वो एक राष्ट्र का निर्माण करता है। ये चुनाव उसी की शुरुआत है।
Rahul Alandkar
जून 14, 2024 AT 01:24BJP के लिए ये चुनाव बहुत गंभीर है। AAP ने अपने आधार को मजबूत किया है, और अब वो लोकसभा के लिए उतर रही हैं। ये एक शांत, लेकिन गहरी चुनौती है। जवाब देने के लिए बस नारे नहीं, बल्कि योजनाएं चाहिए।
Jai Ram
जून 14, 2024 AT 20:36मैं एक शिक्षक हूँ, और AAP के शिक्षा नीति के बारे में मैं बहुत प्रभावित हूँ। अगर वो लोकसभा में जाते हैं, तो देश के लिए एक बड़ा फायदा होगा। बस एक बात याद रखें: चुनाव नहीं, बल्कि भविष्य की नींव डालने का मौका है।