गौतम गंभीर ने रिकी पोंटिंग की टिप्पणी पर अपना पक्ष व्यक्त किया
भारत के हेड कोच गौतम गंभीर ने हाल ही में उस समय सुर्ख़ियों में आ गए जब उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग की टिप्पणी का सटीक जवाब दिया। पोंटिंग ने भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली और रोहित शर्मा की हालिया फॉर्म को लेकर सवाल उठाए थे। उनके अनुसार, पिछले पांच वर्षों में कोहली ने केवल तीन टेस्ट शतक बनाए हैं, जिससे उनकी जगह टेस्ट टीम में संकट में पड़ सकती है। विशेषकर एक शीर्ष क्रम के बल्लेबाज के लिए यह स्थिति चिंताजनक हो सकती है।
गंभीर का कोहली और रोहित पर बयान
गंभीर ने इन आरोपों पर पलटवार करते हुए पोंटिंग को सलाह दी कि वे भारतीय क्रिकेट पर टिप्पणी करने के बजाय ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करें। गंभीर ने कोहली और शर्मा के प्रति अपने विश्वास को जाहिर करते हुए कहा कि ये दोनों खिलाड़ी अभी भी खेल के प्रति पूरी तरह समर्पित और सफलता के इच्छुक हैं। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि कोहली और शर्मा ने भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत कुछ हासिल किया है और आगे भी करते रहेंगे। बतौर कोच उनकी भूमिका यह सुनिश्चित करने की है कि इन खिलाड़ियों में खेल के प्रति भूख बरकरार रहे और वे कठिन मेहनत करते रहें।
भारत बनाम न्यूजीलैंड श्रृंखला में भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन
हाल ही में समाप्त हुई न्यूजीलैंड के खिलाफ 3 मैचों की घरेलू श्रृंखला में, कोहली और शर्मा के प्रदर्शन ने पुराने सवालों को फिर से जिंदा कर दिया। छह पारियों में रोहित शर्मा केवल 91 रन बना पाए, जिसमें एक अर्धशतक भी शामिल है, जबकि कोहली ने 93 रन बनाये। इनमें से 70 रन उन्होंने बेंगलुरु में पहले टेस्ट की दूसरी पारी में बनाए थे। हालांकि, गौतम गंभीर को अपने खिलाड़ियों की क्षमताओं पर पूरा विश्वास है और वे मानते हैं कि आगामी समय में उनकी टीम बेहतर प्रदर्शन करेगी।
कोच की दृष्टि से भविष्य की योजना
आलोचनाओं के बावजूद, गंभीर का विश्वास है कि कोहली और शर्मा भारतीय क्रिकेट में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उनका कहना है कि प्रशंसकों को धैर्य रखना चाहिए और इन दो अनुभवी बल्लेबाजों को उनकी असली क्षमता दिखाने का समय देना चाहिए। गंभीर के अनुसार, उनकी कोचिंग दृष्टि में कोहली और शर्मा की भूख और उनके खेल के प्रति समर्पण को बढ़ावा देना है। उनके मुताबिक, यह समय भारतीय क्रिकेट को एक नई ऊंचाई पर ले जाने का है, जहाँ अनुभवी और युवा दोनों खिलाड़ियों का समान योगदान हो।
गंभीर का मानना है कि कठिनाइयों का सामना करना सफलता का हिस्सा होता है। उन्होंने कहा कि एक-दो खराब प्रदर्शन किसी भी खिलाड़ी को उसकी क्षमता से मापने के लिए प्रभावी उपाय नहीं हैं। उनका ध्येय यह है कि खिलाड़ियों को मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार रखा जाए, ताकि उन्हें असफलताओं से सीखने और मैदान पर अपनी पहचान बनाने का अवसर मिले।
कोहली और शर्मा का अगला प्रदर्शन कोच और खेलप्रेमियों के लिए उत्साहपूर्ण होगा। गंभीर ने विश्वास जताया है कि वे अगली श्रृंखला में शानदार स्तर पर वापस आएंगे और एक बार फिर से अपने खेल से आलोचकों को शांत करेंगे। गंभीर के इस जोश और विश्वास ने भारतीय क्रिकेट के प्रशंसकों के अंदर नई ऊर्जा भर दी है, जो टीम से भी उच्चस्तरीय प्रदर्शन की उम्मीद रख रही है।