हरियाणा चुनाव 2024: बीजेपी की लगातार तीसरी जीत, नायब सिंह सैनी बने रहेंगे मुख्यमंत्री अक्तू॰, 9 2024

बीजेपी की ऐतिहासिक जीत: हरियाणा के राजनीतिक परिदृश्य का नया अध्याय

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में अपनी दबदबे को बरकरार रखते हुए लगातार तीसरी बार सत्ता में वापसी की है। इस जीत ने जहां कांग्रेस की उम्मीदों को धूमिल किया है, वहीं बीजेपी के लिए यह जीत आगामी लोकसभा चुनावों के दृष्टिगत अत्यधिक महत्वपूर्ण मानी जा रही है। राज्य की 90 विधानसभा सीटों में से 49 सीटों पर बीजेपी की बढ़त दिखाई दी, जबकि कांग्रेस और अन्य दल पिछड़ गए। इस जीत का प्रमुख श्रेय पार्टी की रणनीति और नये नेता के चयन को जाता है।

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी: एक नए युग की शुरुआत

मार्च 2024 में ही बीजेपी ने जब हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में ओबीसी समुदाय से आने वाले नायब सिंह सैनी को चुना, तब कई राजनीतिक पंडितों ने इसे एक महत्वपूर्ण कदम माना था। इस बदलाव ने बीजेपी के लिए लाभकारी सिद्ध किया। सैनी ने लाडवा विधानसभा सीट से 16,054 मतों के अंतर से जीत हासिल की। उनके नेतृत्व में पार्टी ने सामाजिक समरसता और विकास की दिशा में नई योजनाओं को कार्यान्वित करने का वादा किया। आने वाले समय में उनके साथ सहयोग के लिए एक-दो उप-मुख्यमंत्रियों की नियुक्ति भी संभव है।

बीजेपी की चुनावी रणनीति

बीजेपी की चुनावी रणनीति

बीजेपी की इस अभूतपूर्व सफलता के पीछे उनकी चुनावी रणनीति का बड़ा हाथ माना जा रहा है। इस चुनाव में पार्टी ने कांग्रेस के शासनकाल के दौरान हुए कथित भ्रष्टाचार, पक्षपात और घोटालों को रेखांकित किया। इसके साथ ही, उन्होंने जनहित के मुद्दों को ध्यान में रखते हुए अपने घोषणा पत्र में कई वादे किए। इनमें रसोई गैस सिलेंडर को ₹500 में उपलब्ध कराने का आश्वासन, महिलाओं के लिए ₹2,100 मासिक आर्थिक सहायता, युवाओं के लिए दो लाख सरकारी नौकरियां तथा हरियाणा से अग्निवीरों के लिए गारंटीशुदा सरकारी नौकरियों का वादा शामिल था।

हरियाणा में कांग्रेस की हार का संग्राम

कांग्रेस पार्टी को इस हार के बाद अपनी रणनीतियों पर गहन विचार करना होगा। पार्टी के वरिष्ठ नेता कुमारी सैलजा ने कहा कि यह समय ‘व्यापार की तरह’ लौटने का नहीं है। उन्होंने पार्टी की केंद्रीय नेतृत्व से हार के कारणों की गंभीरता से जांच करने का अनुरोध किया। हालांकि, यह कांग्रेस के लिए एक गंभीर झटका है, क्योंकि वे एक दशक बाद राज्य में वापसी की उम्मीद कर रहे थे। राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने पहले कहा था कि हरियाणा में कांग्रेस की जीत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए एक दबाव का कारण बन सकती है। लेकिन अब भाजपा की जीत ने इन तथाकथित दवाबों को हल्का कर दिया है।

बीजेपी की जीत का राष्ट्रीय परि

बीजेपी की जीत का राष्ट्रीय परि

भारत की राजनीतिक स्थिति के दृष्टिगत हरियाणा में बीजेपी की जीत का असर काफी दूरगामी हो सकता है। हमें याद रखना चाहिए कि यह जीत न केवल राज्य स्तर पर सीमित है, बल्कि यह आगामी लोकसभा चुनावों के लिए भी पार्टी के लिए अत्यधिक प्रोत्साहन का कारण बन सकती है। इससे पहले के चुनावों में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांस्कृतिक और विकास के मुद्दों पर अपने ध्रुवीकरण के साथ राष्ट्रीय धारा को नया मोड़ देने का प्रयास किया था। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि बीजेपी अपनी जीत की इस लहर को किस तरह से आगामी चुनौतीपूर्ण राजनीति में तब्दील करती है।