जॉश हार्टनेट का दमदार अभिनय भी नहीं बचा पाया M. नाइट श्यामलन की फिल्म 'ट्रैप' अग॰, 3 2024

फिल्म 'ट्रैप' पर M. नाइट श्यामलन का नया प्रयोग

M. नाइट श्यामलन ने हॉलीवुड में अपनी एक विशिष्ट पहचान बनाई है, लेकिन उनकी नवीनतम फिल्म 'ट्रैप' वह रचनात्मकता नहीं दिखा पाती जो उनकी पहले की फिल्मों में देखने को मिली थी। यह फिल्म, जिसे श्यामलन ने 'दि साइलेंस ऑफ द लैम्ब्स' और एक टेलर स्विफ्ट कंसर्ट का संगम कहा था, अपनी कहानी और प्रस्तुति में कमजोर साबित होती है।

कहानी की संक्षेप में झलक

फिल्म 'ट्रैप' में जॉश हार्टनेट ने कूपर का किरदार निभाया है, जो एक सीरियल किलर है। कहानी की शुरुआत एक अनोखे मोड़ के साथ होती है जब कूपर अपनी बेटी रिले को लेडी रेवन के कंसर्ट में ले जाता है। यह कंसर्ट एक जाल होता है, जिसे कूपर को पकड़ने के लिए आयोजित किया गया है।

फिल्म का मुख्य आकर्षण कूपर का यह किरदार है, जिसमें एक प्रेमी पिता और एक निर्दयी हत्यारे का द्वंद्व देखने को मिलता है। हार्टनेट ने इस द्वैत को बड़ी ही कुशलता से परदे पर उतारा है।

शानदार प्रदर्शन, लेकिन कमजोर कहानी

हार्टनेट के अभिनय की प्रशंसा के बावजूद, फिल्म की कहानी में कई खामियां हैं। श्यामलन की फिल्मों में अक्सर देखने को मिलने वाले ट्विस्ट और मनोवैज्ञानिक तत्वों की कमी यहाँ महसूस होती है। पूर्व में 'अनब्रेकबल' और 'स्प्लिट' जैसी फिल्मों में उन्होंने दर्शकों को चौंकाने वाले अनुभव दिए थे, जो 'ट्रैप' में नहीं मिलते ।

श्यामलन की बेटी सलेका श्यामलन ने भी इस फिल्म में लेडी रेवन का किरदार निभाया है, लेकिन उनका प्रदर्शन काफी औसत रहा है। वह कूपर की बेटी रिले के साथ जो कनेक्शन स्थापित करने की कोशिश करती हैं, वह भी अधूरा लगता है।

अन्य कलाकारों का योगदान

फिल्म में कुछ सशक्त कैमियो भी हैं, जिनमें पॉपस्टार्स किड कडी और रुस का छोटा लेकिन महत्वपूर्ण योगदान शामिल है। इसके अलावा, Hayley Mills ने स्टिंग ऑपरेशन की प्रमुख की भूमिका निभाई है। उनके अभिनय में सामंजस्य है, लेकिन फिल्म की समग्र कहानी उन्हें भी डूबाती है।

रचनात्मक थकावट का अहसास

श्यामलन की इस फिल्म में एक प्रकार की रचनात्मक थकावट दिखती है। जहाँ उनके पहले के कामों में एक ताज़गी और नवाचार का संचार था, 'ट्रैप' में वही पुराने औज़ार काम नहीं आते। इससे यह साबित होता है कि श्यामलन को अपने पुराने सिद्धांतों से जुड़कर नहीं, बल्कि नए प्रयोगों पर और काम करने की जरूरत है।

फिल्म वर्तमान में थियेटर्स में चल रही है और दर्शकों को अपने अनुभव से खुद निर्णय लेने की स्वतंत्रता देती है। यदि आप श्यामलन के प्रशंसक हैं, तो यह देखना दिलचस्प हो सकता है कि वे किस प्रकार के रास्तों पर गए हैं, लेकिन फिल्म की कमजोरियों को देखते हुए यह एक निराशाजनक अनुभव भी हो सकता है।

11 टिप्पणि

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    Nikita Patel

    अगस्त 4, 2024 AT 12:52
    जॉश हार्टनेट ने तो बिल्कुल जबरदस्त काम किया है। उसके चेहरे के भावों से ही पता चल जाता है कि ये आदमी कितना टूटा हुआ है। फिल्म की कहानी तो बेकार है, लेकिन अभिनय तो ऑस्कर वाला है।
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    abhishek arora

    अगस्त 6, 2024 AT 11:37
    ये सब हॉलीवुड की बकवास है! 🤬 हमारे देश में ऐसी फिल्में बनती हैं जहाँ अभिनय और कहानी दोनों ही ज़िंदा होती हैं। श्यामलन को अपने घर वापस जाना चाहिए!
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    Kamal Kaur

    अगस्त 6, 2024 AT 15:14
    मैंने फिल्म देखी है... हार्टनेट का किरदार इतना गहरा था कि मैं रात भर सो नहीं पाया। श्यामलन ने शायद इस बार ज्यादा अपने दिमाग को नहीं चलाया, लेकिन कुछ दृश्य तो ऐसे थे जो दिल को छू गए। 🙏
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    Ajay Rock

    अगस्त 7, 2024 AT 09:31
    ओहो! लेडी रेवन का किरदार बेटी ने निभाया? 😱 ये तो बहुत ड्रामा है! शायद श्यामलन ने इसे अपने घर के अंदर का ड्रामा बना लिया। बेटी का अभिनय? ओह भाई, वो तो बस अपनी माँ के चेहरे की नकल कर रही थी।
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    Lakshmi Rajeswari

    अगस्त 7, 2024 AT 15:29
    ये सब एक बड़ा नाटक है!!! 🤔 लेडी रेवन असल में कोई बॉलीवुड अभिनेत्री है जिसे हॉलीवुड ने खरीद लिया है! और श्यामलन की बेटी को बस एक फैक्टरी में बनाया गया था! ये सब एक गुप्त संगठन का हिस्सा है!!! और जॉश हार्टनेट भी उनका एजेंट है!!!
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    Piyush Kumar

    अगस्त 7, 2024 AT 21:07
    दोस्तों, ये फिल्म एक नया शुरुआत है! श्यामलन ने अपने पुराने फॉर्मूले को तोड़ा है! अगर आप बस ट्विस्ट चाहते हैं, तो आप टीवी पर रियलिटी शो देख लीजिए! ये फिल्म तो दर्शक को अपने अंदर की आवाज़ सुनने के लिए बुला रही है! देखो, सुनो, जीओ! 💥
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    Srinivas Goteti

    अगस्त 8, 2024 AT 18:49
    मैंने फिल्म देखी। अभिनय बहुत अच्छा था, कहानी थोड़ी धीमी थी। लेकिन फिल्म ने मुझे एक अलग तरह की शांति दी। शायद ये श्यामलन का एक नया रास्ता है। बस इंतज़ार करना होगा कि आगे क्या होता है।
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    Rin In

    अगस्त 10, 2024 AT 04:34
    ये फिल्म तो बहुत ज़बरदस्त है!! 😍 जॉश हार्टनेट का अभिनय तो बस चमत्कार है! और लेडी रेवन का कंसर्ट? वाह! बस एक बार देख लो! ये फिल्म तो आपकी जिंदगी बदल देगी! 🎶🔥
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    michel john

    अगस्त 10, 2024 AT 20:22
    ye film toh bas bhaiyo ki gali me bhi nahi chalegi!! 🤡 shayamaln ko india me hi rukne chahiye... aur uski beti ko bhi... kya baat hai ye sab! aur josh hartnett? usne toh kuch nahi kiya... bas camera ke samne raha!
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    shagunthala ravi

    अगस्त 12, 2024 AT 16:23
    हर फिल्म एक आत्मा का अनुभव होती है। श्यामलन ने इस फिल्म में अपने अंदर के खालीपन को दिखाया है। हार्टनेट का किरदार वही है जो हम सब अंदर छिपाए हुए हैं - प्यार करने वाला और नुकसान पहुंचाने वाला। ये फिल्म दर्शक को अपने आप से मिलाती है।
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    Urvashi Dutta

    अगस्त 13, 2024 AT 05:27
    इस फिल्म को समझने के लिए हमें भारतीय संस्कृति के संदर्भ में भी देखना होगा। कूपर का बेटी के साथ रिश्ता, जो एक पिता की लगन और अपराध के बीच फंसा है, वह भारतीय परिवारों में बहुत आम है - जहाँ पिता अपने बच्चों को अपनी गलतियों का बोझ चढ़ा देते हैं। लेडी रेवन का कंसर्ट एक आधुनिक देवी की आराधना की तरह है - जहाँ जनता अपने भय को एक रूप में पूजती है। श्यामलन ने शायद अपने भारतीय जड़ों को याद करते हुए ये सब बनाया है। इस फिल्म में वही गहराई है जो हम भारतीय फिल्मों में देखते हैं, बस अंदाज़ अलग है।

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