सित॰, 22 2024
क्वाड सम्मेलन में भारत का बड़ा ऐलान
हाल ही में सम्पन्न हुए क्वाड सम्मेलन में भारत ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है, जिसके तहत इंडो-प्रशांत क्षेत्र के छात्रों के लिए $500,000 की पचास छात्रवृत्तियों का प्रबंधन किया जाएगा। यह घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका में आयोजित सम्मेलन के दौरान की।
इस पहल का मुख्य उद्देश्य क्षेत्रीय शिक्षा सहयोग और विभिन्न राष्ट्रों के लोगों के बीच संपर्क को बढ़ावा देना है। मोदी ने कहा कि इन छात्रवृत्तियों से इंडो-प्रशांत के छात्र विभिन्न क्षेत्रों में उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे। यह पहल भारत की शिक्षा नीति का हिस्सा है, जो गुणवत्ता और संजीवनी शिक्षा को बढ़ावा देने पर केंद्रित है।
शैक्षिक सहयोग में वृद्धि
इस नई घोषणा से क्षेत्रीय सहयोग और शिक्षा के क्षेत्र में आपसी संबंधों में वृद्धि की उम्मीद की जा रही है। क्वाड के अन्य सदस्य देशों जैसे अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया भी इस योजना का समर्थन कर रहे हैं। यह योजना उन छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है जो उच्च शिक्षा के लिए वित्तीय सहायता की तलाश में हैं।
शिक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, यह पहल न केवल छात्रों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करेगी, बल्कि उन्हें वैश्विक परिपेक्ष्य और विविध संस्कृतियों के बीच संपर्क बनाने का मौका भी देगी।
सम्मेलन के अन्य महत्वपूर्ण मुद्दे
क्वाड सम्मेलन में शिक्षा के अलावा कई अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा की गई। इनमें समुद्री सुरक्षा, महत्वपूर्ण और उभरती हुई तकनीकों, और जलवायु तथा स्वच्छ ऊर्जा जैसे विषय शामिल थे। सम्मेलन में अन्य सभी सदस्य देशों के शीर्ष नेता भी शामिल थे, जिनमें अमेरिका के राष्ट्रपति, जापान के प्रधानमंत्री, और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री प्रमुख थे।
शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने के अलावा, सम्मेलन में आर्थिक साझेदारी और व्यापार संबंधों पर भी बातचीत हुई। प्रतिभागियों ने महत्वपूर्ण मुद्दों पर विचार विमर्श किया और क्षेत्र की स्थिरता और सुरक्षा के लिए नई नीतियों पर सहमति व्यक्त की।
ऐतिहासिक महत्व
क्वाड सम्मेलन का यह संस्करण विशेष इसलिए भी था क्योंकि पहले यह सम्मेलन भारत में आयोजित होना था, लेकिन कार्यक्रम तालमेल में बदलाव के कारण इसे अमेरिका में आयोजित किया गया। यह अत्यंत महत्वपूर्ण था क्योंकि चारों देशों के बीच यह सहयोग सामरिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है।
इस सहयोगी पहल का हिस्सा बनकर, भारत ने एक बार फिर से यह स्पष्ट कर दिया है कि वह वैश्विक स्तर पर शिक्षा और तकनीकी सहयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। क्वाड सदस्य देशों के बीच इस प्रकार के सम्मेलन आपसी समझ और सहयोग को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
छात्रवृत्ति पाने की प्रक्रिया
इस योजना के तहत छात्रवृत्ति पाने के लिए इंडो-प्रशांत क्षेत्र के छात्रों को एक निर्धारित प्रक्रिया का पालन करना होगा। इसके लिए विभिन्न देशों के शिक्षा मंत्रालय और भारतीय उच्चायोगों के माध्यम से सूचना प्रसारित की जाएगी। छात्रों को आवेदन के समय उनके शैक्षिक योग्यता और अन्य मानदंडों को पूरा करना होगा।
यह छात्रवृत्तियां विभिन्न शैक्षिक क्षेत्रों में दी जाएंगी, जिसमें विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, और गणित प्रमुख होंगे। इसका उद्देश्य छात्रों को उनकी प्राथमिकताओं के अनुसार उच्च शिक्षा के लिए सुविधाएं प्रदान करना है।
इस प्रकार, यह देखा जा सकता है कि क्वाड सम्मेलन की यह पहल न केवल शिक्षा को बढ़ावा देगी, बल्कि वैश्विक स्तर पर युवा प्रतिभाओं को भी पहचान दिलाने में सहायक होगी। छात्रों को इस पहल के माध्यम से न केवल शिक्षा, बल्कि विभिन्न सामाजिक और सांस्कृतिक अनुभवों का भी लाभ मिलेगा। यह पहल अपने आप में एक महत्वपूर्ण कदम है जिससे चारों राष्ट्रों के बीच मित्रता और सहयोग का नया अध्याय लिखने की उम्मीद की जा सकती है।
Kamal Kaur
सितंबर 23, 2024 AT 21:52Ajay Rock
सितंबर 23, 2024 AT 22:48Lakshmi Rajeswari
सितंबर 25, 2024 AT 11:26Piyush Kumar
सितंबर 26, 2024 AT 05:15Srinivas Goteti
सितंबर 26, 2024 AT 05:59Rin In
सितंबर 26, 2024 AT 06:52michel john
सितंबर 26, 2024 AT 12:01shagunthala ravi
सितंबर 27, 2024 AT 23:11Urvashi Dutta
सितंबर 29, 2024 AT 15:13Rahul Alandkar
सितंबर 29, 2024 AT 17:42Jai Ram
अक्तूबर 1, 2024 AT 16:19Vishal Kalawatia
अक्तूबर 2, 2024 AT 10:03Kirandeep Bhullar
अक्तूबर 3, 2024 AT 17:32