नाइजीरिया यात्रा: द्विपक्षीय संबंधों में नया मील का पत्थर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नाइजीरिया यात्रा ने दोनों देशों के बीच संबंधों को नई ऊँचाईयों तक पहुंचाया है। ग्यारह साल बाद कोई भारतीय प्रधानमंत्री नाइजीरिया की यात्रा पर गए हैं। यह यात्रा न केवल रणनीतिक रुप से महत्वपूर्ण थी बल्कि इसमें मानवीय संवेदनशीलता भी दिखाई दी। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने चार दिवसीय दौरे के दौरान विभिन्न विषयों पर चर्चा की, जो दोनों देशों के संबंधों को मजबूती प्रदान करने में सहायक होगी।
रक्षा और प्रौद्योगिकी में गहरी साझेदारी
नाइजीरिया के राष्ट्रपति बोला अहमद टिनुबू के साथ बैठक में रक्षा व प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए कई संभावनाओं पर विचार किया गया। भारत ने अपनी छोटी हथियारों की तकनीक साझा करने और रक्षा सहयोग के कई प्रस्ताव रखे। इस सहयोग से नाइजीरिया की रक्षा क्षमताओं को मजबूती मिलेगी और दोनों देशों के बीच विश्वास का संबंध मजबूत होगा।
स्वास्थ्य और शिक्षा
भारत और नाइजीरिया के बीच स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्रों में भी सहयोग को लेकर महत्वपूर्ण बातचीत हुई। भारतीय औषधि उद्योग को नाइजीरिया में विस्तारित करने की संभावनाओं पर चर्चा की गई, जिससे नाइजीरिया में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुधरेगी। शिक्षा के क्षेत्र में भी दोनों राष्ट्र मिलकर काम करने को तैयार हैं जिससे छात्रों की नवीनतम तकनीकों से शिक्षा और रोजगार की संभावनाएं बेहतर होंगी।
ऊर्जा और निवेश
फ्यूल और ऊर्जा के सेक्टर में दोनों देशों ने अनुभव साझा करने का निर्णय लिया। नाइजीरिया की बड़ी ऊर्जा खोज संभावनाओं और भारत की ऊर्जा आवश्यकता के मध्य सिंबायोसिस बनाना दोनों देशों के लिए लाभकारी होगा। निवेश के क्षेत्रों में अवसरों को प्रोत्साहित करने के लिए दोनों ने समझौते किए, जिसने व्यापार और द्विपक्षीय निवेश की संभावनाओं को उजागर किया।
संस्कृति और मानवता
वैश्विक स्तर पर भारत और नाइजीरिया के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान कार्यक्रमों पर सहमति बनी। प्रधानमंत्री मोदी ने 20 टन मानवीय सहायता देने का वचन दिया, जो नाइजीरिया के बाढ़ राहत कार्यों में सहायक होगी। यह कदम भारत की मानवतावादी दृष्टिकोण को दर्शाता है।
सम्मान और सराहना
प्रधानमंत्री मोदी को नाइजीरिया के सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान 'ग्रैंड कमांडर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द नाइजर' से सम्मानित किया गया। यह सम्मान भारत के उच्चतम नेतृत्व को नाइजीरिया द्वारा प्रदर्शित विनीतता का प्रतीक है। पीएम मोदी ने इस सम्मान को अपनी यात्रा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बताया और इसे दोनों देशों के बीच बढ़ती दोस्ती का संकेतक माना।
भविष्य की ओर बढ़ते संबंध
अपने नाइजीरिया प्रवास के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय प्रवासी समुदाय से भी मुलाकात की, जिन्होंने नाइजीरिया के समाज और अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। प्रधानमंत्री ने उन्हें भारत और नाइजीरिया के बीच ऐतिहासिक संबंधों की याद दिलाई और भविष्य में सहयोग के लिए प्रेरित किया। नाइजीरिया यात्रा के बाद, प्रधानमंत्री मोदी ब्राजील के लिए रवाना हुए, जहाँ उन्होंने 19वें जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लिया। यह बैठक वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देने और भविष्य में भारत की भागीदारी को सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच थी।
प्रधानमंत्री की यात्रा का अगला चरण गयाना था, जो 50 वर्षों में एक भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा थी। वहाँ भी उन्होंने संतुलित विकास और द्विपक्षीय समझौतों को आगे बढ़ाने पर जोर दिया। इस सभी यात्राओं ने न केवल भारत के वैश्विक साझेदारियों को मजबूत किया बल्कि भारतीय कूटनीति को नए आयाम दिये।