रोहिणी में सीआरपीएफ स्कूल के पास बम धमाका: सीसीटीवी में धमाके की तस्वीरें अक्तू॰, 22 2024

रोहिणी इलाके में सीआरपीएफ स्कूल के पास बम धमाका

दिल्ली के रोहिणी इलाके में रविवार सुबह लगभग 7:50 बजे एक भयानक बम धमाका हुआ। यह धमाका सीआरपीएफ स्कूल के पास हुआ था, जिससे स्कूल की दीवारों के साथ-साथ आसपास की दुकानों और एक खड़ी कार को भी नुक्सान पहुँचा। सौभाग्य से, इस धमाके में किसी के घायल होने की खबर नहीं है।

सीसीटीवी फुटेज में धमाके के ठीक पल को देखा जा सकता है। यह फुटेज 17 सेकंड की है और इसमें धमाके की तीव्रता को दिखाया गया है, जिससे कैमरा अपनी जगह से हिल गया और तस्वीर धुंधली हो गई। इस धमाके ने बड़े पैमाने पर चिंता फैला दी है।

पुलिस की जांच और संदिग्ध वस्तुओं की खोज

दिल्ली पुलिस ने इस सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा की और मोबाइल नेटवर्क डेटा को इकट्ठा किया है ताकि वे वहां पर मौजूद व्यक्तियों की पहचान कर सकें। फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने स्थान से एक संदिग्ध सफेद पाउडर की खोज की और उसे जांच के लिए प्रयोगशाला में भेज दिया है। मिट्टी के नमूने भी स्कूल की दीवार के पास से खोदी गई जगह से एकत्र किए गए हैं।

यह संदेह किया गया है कि धमाका कच्चे बम से किया गया था। इसके चलते 'The Explosives Act' के अंतर्गत एक एफआईआर दर्ज की जा रही है। राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG), राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA), और दिल्ली पुलिस सक्रियता से जांच कर रहे हैं।

स्थान का घेराव और सुरक्षा सतर्कता

स्थान का घेराव और सुरक्षा सतर्कता

घटना की जानकारी मिलने पर तत्काल प्रभाव से क्षेत्र को घेर लिया गया, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, अपराध शाखा और विशेष सैल के सदस्य मौके पर पहुंचे। दिल्ली अग्निशमन सेवा (DFS) को स्कूल की सीमा दीवार के पास धमाके की खबर मिली और उन्होंने तुरंत दो दमकल गाड़ियां भेजी, लेकिन वे यह पुष्टि करने के बाद वापस लौट आए कि न तो कोई आग थी और ना ही कोई घायल हुआ था।

स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया

स्थानीय निवासियों ने एक बड़े धमाके की आवाज सुनी और तब मौके से घना सफेद धुआं निकलते देखा। इस घटना ने इलाके में अफरातफरी मचा दी। निवासियों ने इस आवाज को गैस सिलिंडर के धमाके जैसा बताया।

रोहिणी की व्यस्त सड़कें इस धमाके के बाद शांत हो गईं, दुकानें और कियोस्क बंद हो गए और उनकी काँच की खिड़कियाँ टूट गईं। समुदाय आज भी सतर्क है और वे अभी भी अपने इलाके में सुरक्षा के बारे में सवाल कर रहें हैं।

राजनीतिक प्रतिक्रिया

राजनीतिक प्रतिक्रिया

दिल्ली के मुख्यमंत्री आतिशी ने इस घटना के लिए भाजपा की अगुवाई वाली केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है, जिसका दावा है कि राज्य का कानून व्यवस्था बिगड़ रहा है।

10 टिप्पणि

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    Ashish Perchani

    अक्तूबर 23, 2024 AT 14:50

    ये धमाका किसी ने नहीं बनाया होगा, ये तो अंदर से ही हुआ है। अब सीआरपीएफ स्कूल के पास बम? ये सब नाटक है।
    मैंने तो देखा था, कुछ लोग वहां से जल्दी भाग रहे थे। क्या ये सिर्फ बम था या फिर कुछ और?
    मुझे लगता है कि ये सब एक बड़ा गेम है।

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    Dr Dharmendra Singh

    अक्तूबर 24, 2024 AT 21:34

    उम्मीद है कि कोई जान नहीं गई। शुभकामनाएँ सभी पुलिस और एमरजेंसी टीम को। 😊

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    sameer mulla

    अक्तूबर 26, 2024 AT 08:46

    अरे भाई ये सब झूठ है! ये तो सरकार ने खुद बनाया है ताकि लोगों को डरा सके! तुम लोग अभी भी इतने निर्बल हो कि इतनी बड़ी बात पर विश्वास कर रहे हो?
    मैंने तो अपने एक दोस्त को बताया था जो एनआईए में है, उसने कहा कि बम अंदर से था।
    अब तुम लोग अपनी आँखें खोलो, ये सब बाजार वाली खबर है।

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    Prakash Sachwani

    अक्तूबर 27, 2024 AT 02:26

    धमाका हुआ था वो तो हुआ
    अब क्या करेंगे
    कोई नहीं बोल रहा

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    Pooja Raghu

    अक्तूबर 29, 2024 AT 02:10

    मैंने सुना है कि ये बम एक ड्रोन से छोड़ा गया था और वो ड्रोन अमेरिका से भेजा गया था। वो ड्रोन अंदर ही था।
    क्या तुमने कभी सोचा कि ये सब एक बड़ा नेटवर्क है जो हमें नियंत्रित कर रहा है?
    मैंने तो अपने चाचा को बताया था जो रेडियो ऑपरेटर है और उन्होंने कहा कि सब कुछ ट्रैक किया जा रहा है।

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    Pooja Yadav

    अक्तूबर 30, 2024 AT 06:31

    मैं रोहिणी में रहती हूँ और ये धमाका बहुत डरावना लगा
    मेरा बेटा स्कूल में पढ़ता है और आज उसने कहा कि उसने धुएं को देखा था
    हम लोग अब बाहर नहीं निकल रहे हैं
    उम्मीद है सुरक्षा बढ़ेगी

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    Pooja Prabhakar

    नवंबर 1, 2024 AT 03:06

    ये धमाका किसी ने नहीं किया, ये तो एक सिस्टमैटिक ऑपरेशन था।
    क्या आपने देखा कि एफआईआर किस धारा के तहत दर्ज की जा रही है? एक्सप्लोसिव्स एक्ट की धारा 3B।
    ये धारा तब लागू होती है जब बम का उपयोग राजनीतिक डर फैलाने के लिए किया जाए।
    ये नहीं है कि कोई बेकार बम लगा दिया, ये एक संगठित एक्ट है।
    और अगर आप लोग सीसीटीवी फुटेज को ध्यान से देखें तो देख सकते हैं कि कैमरा 17 सेकंड में तीन बार झूला।
    ये नहीं हो सकता कि एक बम ने इतना शक्तिशाली झटका दिया हो।
    ये तो एक एलेक्ट्रोमैग्नेटिक पल्स का असर लग रहा है।
    और वो सफेद पाउडर? वो नहीं है बम का बचा हुआ बाकी भाग, वो तो एक न्यूट्रॉन बम का रिजिड्यू है।
    मैंने एक विशेषज्ञ से बात की थी जो लॉस एंजिल्स में था, उसने कहा कि ऐसा कुछ पहले भी अफगानिस्तान में हुआ था।
    ये तो नया वॉरफेयर है।
    और आप लोग सिर्फ दुकानों के काँच टूटने पर चिल्ला रहे हैं।
    अगर आपको लगता है कि ये सिर्फ एक बम है तो आप बहुत पीछे हैं।
    ये एक संदेश है। और ये संदेश आपके लिए है।

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    Anadi Gupta

    नवंबर 2, 2024 AT 10:13

    मैं इस घटना के संदर्भ में एक विश्लेषण करना चाहता हूँ कि रोहिणी क्षेत्र में इस तरह के अतिक्रमणों का आवृत्ति बढ़ने का कारण क्या है।
    एक बात तो स्पष्ट है कि इस क्षेत्र में आर्थिक असमानता और शिक्षा की कमी ने एक अस्थिर वातावरण बना दिया है।
    सीआरपीएफ स्कूल के पास बम लगने का अर्थ है कि ये लक्ष्य चयन एक निश्चित रणनीति का हिस्सा है।
    ये बच्चों के लिए एक संकेत है कि शिक्षा और सुरक्षा दोनों अब एक लक्ष्य बन गए हैं।
    अगर हम इस घटना को एक अलग दृष्टिकोण से देखें तो हम देख सकते हैं कि ये एक बड़े अपराधी समूह की ओर से एक नियमित अभ्यास है।
    हमें यह समझना होगा कि ये सिर्फ एक घटना नहीं है बल्कि एक पैटर्न है।
    पुलिस की जांच में अगर मोबाइल डेटा का उपयोग किया जा रहा है तो उसका उद्देश्य यह है कि वे एक अपराधी के आवागमन के बारे में जानकारी प्राप्त करें।
    लेकिन क्या आपने कभी सोचा कि ये डेटा भी फर्जी हो सकता है? क्या ये सब एक डिजिटल धोखा है?
    हमें इस बात की जांच करनी होगी कि क्या वहां वास्तव में कोई व्यक्ति था या फिर ये सब एक डिजिटल फेक है।
    हमें इस बात की जांच करनी होगी कि क्या इस घटना को एक डिजिटल रूप से बनाया गया है ताकि जनता में डर फैलाया जा सके।
    मैं यह सुझाव देता हूं कि एक अंतर्राष्ट्रीय टीम को इस घटना की जांच के लिए नियुक्त किया जाए।

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    shivani Rajput

    नवंबर 4, 2024 AT 08:36

    इस धमाके का विश्लेषण करते समय आपको एक्सप्लोसिव्स एक्ट के सेक्शन 3B और नेशनल सिक्योरिटी एक्ट के सेक्शन 10 को क्रॉस रेफर करना चाहिए।
    अगर बम में RDX शामिल था तो ये एक टर्ररिस्ट ऑपरेशन है।
    अगर ये सफेद पाउडर नाइट्रोग्लिसरीन बेस्ड था तो ये एक निजी संगठन का काम है।
    और अगर वो कच्चा बम था तो ये एक लोकल ग्रुप का एक्ट है।
    पर आप लोग तो बस बातें कर रहे हो।
    जांच टीम को फॉरेंसिक रिपोर्ट तक नहीं आई है और आप फैसले कर रहे हो।
    ये ट्रेंड नहीं है ये एक अपराध है।
    और आप लोग इसे एक ट्रेंड में बदल रहे हो।
    मैं आपको एक बात बताती हूं - ये जांच एक जनता के लिए नहीं है, ये एक नियंत्रण के लिए है।

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    Jaiveer Singh

    नवंबर 5, 2024 AT 11:40

    अगर ये धमाका किसी देशद्रोही के द्वारा किया गया तो ये देश के खिलाफ अपराध है।
    हमें इसके लिए सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
    हम अपने सैनिकों के बच्चों को बचाने के लिए तैयार हैं।
    ये नहीं है कि राजनीति करें, ये देश की सुरक्षा है।
    हमें इस घटना के लिए जिम्मेदारों को फांसी देनी चाहिए।
    हमारे बच्चे स्कूल में पढ़ रहे हैं, ये उनका अधिकार है।
    कोई भी इसे नहीं छीन सकता।
    हम शांति चाहते हैं लेकिन अगर कोई हमें धमकी देगा तो हम जवाब देंगे।
    भारत ताकतवर है।
    और ये धमाका हमें और मजबूत करेगा।

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