
जब S Gopalkrishnan, अध्यक्ष Staff Selection Commission ने घोषणा की कि SSC CGL Tier‑1 परीक्षा 2025 अब 12‑26 सितंबर के बीच होगी, तो कई उम्मीदवारों के दिमाग में सवालों की लहर चल पड़ी। नई तिथियां पहले तय 13‑30 अगस्त से टल कर चल रही थीं, और यह परिवर्तन सिर्फ एक कैलेंडर बदलाव नहीं, बल्कि तकनीकी गड़बड़ियों, सुरक्षा मुद्दों और दिल्ली सहित कई शहरों में हुई व्यवधानों के बाद लिया गया निर्णय था। इस लेख में हम समझेंगे कि क्या‑क्या कारण रहे, किन‑किन शहरों में दिक्कतें आईं, और अब 55 000 से अधिक अभ्यर्थियों के लिए पुनः परीक्षा कब होगी।
परीक्षा स्थगन और नई तिथियों की घोषणा
SSC ने 9 जून 2025 को आधिकारिक नोटिफ़िकेशन जारी किया, जिसमें 14 582 समूह‑B एवं‑C रिक्तियों के लिए ऑनलाइन आवेदन 9 जून से 4 जुलाई तक खुले थे। फिर 5 जुलाई को देर रात 11 pm तक फॉर्म जमा करने का अंतिम समय तय किया गया। लेकिन नई परीक्षा मॉडल, जो आँधि‑फ़ीचर के साथ एधार ऑथेंटिकेशन को शामिल करता है, तकनीकी कारणों से पहला राउंड कैंसिल हो गया। परिणामस्वरूप, पहले सितंबर की पहली फेज़ को 12‑26 सितंबर तक धकेला गया।
प्रारम्भिक परीक्षा में आई गड़बड़ियाँ
12 सितंबर को जब अधिकांश केंद्रों ने परीक्षा शुरू की, तो गुरुग्राम, जम्मू, झारखंड और पश्चिम बंगाल में भारी व्यवधान दिखे। सर्वर फ़ेल्योर, बिजली कटौती और बायो‑मेट्रिक मशीनों की खराबी ने 2 435 शिफ्टों में से 25 शिफ्टों को रद्द कर दिया। लगभग 7 705 अभ्यर्थियों को तुरंत नई तिथियों का नोटिस मिल गया, जबकि 1 100 ने वैध कारणों से पुनः शेड्यूल का अनुरोध किया।
समस्या केवल तकनीकी नहीं थी; कुछ केंद्रों में नकली PwBD दस्तावेज़, रिमोट एक्सेस के प्रयास और सीटों की कमी भी सामने आई। एक अभ्यर्थी Aditya Ranjan ने ट्विटर पर अपनी निराशा जताते हुए लिखा, "SSC का हाल देखिए परीक्षा कैंसिल करनी है तो बस दीवार पर नोटिस चिपका दो, काम ख़त्म।"
पुनः परीक्षा का शेड्यूल और परिणाम
- प्रभावित शहरों के लिए पुनः परीक्षा 24‑26 सितंबर तय हुई।
- मुंबई आग घटना और अन्य व्यवधानों से प्रभावित अभ्यर्थियों के लिए अंतिम पुनः परीक्षा 14 अक्टूबर होगी।
- पुनः परीक्षा का सिटी इंटिमेशन 5 अक्टूबर, जबकि एडमिट कार्ड 9 अक्टूबर को जारी किया जाएगा।
- प्रॉविज़नल एंसर की प्रारम्भिक रिलीज़ 15 अक्टूबर को निर्धारित है, उसके बाद टियर‑II परीक्षा दिसंबर 2025 में आयोजित होगी।
इन तिथियों के अलावा, SSC ने अब एक फीडबैक मॉड्यूल लॉन्च किया है, जहाँ अभ्यर्थी सीधे अपनी समस्याएँ दर्ज कर सकते हैं। इस पहल से पहले घोषित 13.5% के आंकड़े को घटाकर अब 10% से कम प्रभावित उम्मीदवारों का अनुमान लगाया गया है।

प्रभावित अभ्यर्थियों की प्रतिक्रियाएँ और समर्थन
क्लासिक जॉब‑सेकर्स समूहों ने मतदान किया कि पुनः परीक्षा की घोषणा से नैतिक रूप से उनका भरोसा पुनर्स्थापित हुआ, परन्तु कई छात्रों ने कहा कि यात्रा खर्च, समय की हानि और मानसिक तनाव अनदेखा नहीं किया जा सकता। एक प्रशिक्षण संस्थान के प्रमुख ने बताया, "हमारे कई छात्रों ने दो‑तीन शहर दूर से यात्रा की, और अब उनके पास फिर से वही खर्च उठाना पड़ेगा।"
दूसरी ओर, सरकारी कर्मचारियों के संघ ने इस बात पर ज़ोर दिया कि "ज़रूरी है कि सभी अभ्यर्थियों को समान अवसर मिले और भविष्य में ऐसी तकनीकी गड़बड़ियों से बचा जाए"। SSC ने आश्वासन दिया कि करियर आगे बढ़ेगा, क्योंकि किसी भी उम्मीदवार के पुनः परीक्षा प्रयास को उनकी कुल प्रयास गिनती से घटाया नहीं जाएगा।
भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचने के उपाय
विशेषज्ञों का कहना है कि बड़ी परीक्षा में बायो‑मेट्रिक और ऑनलाइन सर्वर की विश्वसनीयता को सख्त ऑडिट से गुजरना चाहिए। एक आईटी सुरक्षा सलाहकार ने बताया, "रिमोट एक्सेस को पूरी तरह ब्लॉक करना और सभी केंद्रों पर समान हार्डवेयर मानक लागू करना अनिवार्य है।"
इसके अलावा, संभावित आपदाओं (जैसे मुंबई की आग) को ध्यान में रखते हुए बैक‑अप केंद्रों की सूची तैयार करनी होगी। अंतिम चरण में, केंद्रों के स्टाफ को नियमित ट्रेनिंग देना और एधार ऑथेंटिकेशन को सुदृढ़ बनाना प्रमुख उपाय हो सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
परीक्षा स्थगन से किन‑किन अभ्यर्थियों को सबसे अधिक नुकसान हुआ?
मुख्यतः दूरदराज के शहरों से आने वाले और आर्थिक रूप से सीमित अभ्यर्थियों को यात्रा एवं रहने के खर्चों के कारण सबसे अधिक नुकसान हुआ। कई छात्रों ने बताया कि दो‑तीन बार यात्रा करनी पड़ी, जिससे कुल खर्च दो‑तीन गुना बढ़ गया।
SSC ने पुनः परीक्षा के लिए कौन‑से सुरक्षा उपाय किए हैं?
SSC ने एधार बायो‑मेट्रिक को अनिवार्य किया है, सभी कंप्यूटर सिस्टम में दो‑स्तरीय फ़ायरवॉल लगाई है और रिमोट लॉगिन को पूरी तरह बंद किया गया है। साथ ही, प्रत्येक केंद्र पर तत्काल तकनीकी सहायता के लिए मोबाइल टर्मिनल रखे जाएंगे।
पुनः परीक्षा कब तक जारी होगी और टियर‑II कब होगी?
प्रभावित केंद्रों के लिए पुनः परीक्षा 24‑26 सितंबर और 14 अक्टूबर को निर्धारित है। टियर‑II परीक्षा का विस्तृत शेड्यूल अभी तय नहीं हुआ है, परन्तु अनुमान है कि वह दिसंबर 2025 में आयोजित होगी।
अगर फिर से तकनीकी गड़बड़ी हुई तो क्या होगा?
SSC ने कहा है कि किसी भी अंतिम क्षण की रद्दीकरण पर उम्मीदवार के प्रयास को नहीं गिना जाएगा और उन्हें पुनः परीक्षा का अवसर दिया जाएगा। इसके अलावा, फीडबैक मॉड्यूल के माध्यम से तुरंत समस्या रिपोर्ट करने की सुविधा उपलब्ध है।
परीक्षा में उपलब्ध रिक्तियों में कौन‑से प्रमुख विभाग शामिल हैं?
14 582 पदों में मंत्रालय रेलवे, मंत्रालय विदेश संपर्क, सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्क्वायरी (CBI) और डायरेक्टरेट ऑफ एन्फोर्समेंट जैसी प्रमुख संस्थाएँ शामिल हैं।
Sonia Arora
अक्तूबर 15, 2025 AT 23:33SSC की इस बार की तिथि बदलना वाकई में सभी अभ्यर्थियों के लिए राहत की साँस है।
नई तिथियों के साथ तकनीकी सुधारों का भी उल्लेख किया गया है, जिससे भविष्य में ऐसी समस्याओं की संभावना कम हो सकती है।
विशेषकर दूरस्थ क्षेत्रों के छात्रों को अब एक बार फिर यात्रा का बोझ नहीं उठाना पड़ेगा, यह एक बड़ा सकारात्मक संकेत है।
बायो‑मेट्रिक और एधार ऑथेंटिकेशन के कड़े प्रोटोकॉल को अपनाना विश्वास दिलाता है कि परीक्षा का स्तर सुरक्षित रहेगा।
आशा है कि इस बार सब कुछ सुचारु रूप से चलेगा और उम्मीदवारों को अपनी मेहनत का फल मिलेगा।