अगर आप उत्तर प्रदेश या उत्राखंड में रहते हैं तो भारी बरसात की खबरें आपको रोज़ सुनने को मिलती होंगी। इम्ड (IMD) ने 47 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है, जिसका मतलब है कि अगले चार‑पाँच दिनों में बहुत तेज बारिश हो सकती है। इस लेख में हम बताएँगे कब‑कब सावधान रहना है और कैसे आप खुद व अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं।
IMD के रेड अलर्ट का मतलब है "अत्यधिक खतरा"—बारिश की तीव्रता 64.5‑115.5 मिमी/दिन तक पहुंच सकती है। ऐसे में जलभराव, सड़क बंद और बाढ़ का जोखिम बहुत हाई रहता है। ऑरेंज अलर्ट थोड़ा कम गंभीर होता है, पर फिर भी तापमान में गिरावट और उमस बढ़ने की आशंका रहती है। यदि आपका क्षेत्र रेड या ऑरेंज दोनों में से किसी एक में आया हो तो बाहर निकलना टालें, खासकर रात के समय।
1. **घर की निकासी योजना बनाएं** – हर कमरे से बाहर निकलने का रास्ता तय कर लें और परिवार को बताएँ।
2. **इलेक्ट्रिकल उपकरणों को ऊँचा रखें** – पानी के नीचे पड़ने वाले सॉकेट्स में शॉर्ट सर्किट हो सकता है।
3. **भोजन और दवाओं की आपूर्ति** – तीन‑चार दिन का पानी, दवाइयाँ और आसान खाने का स्टॉक रखें।
4. **सड़क के किनारे नहीं खड़े हों** – भारी बारिश में अचानक जलधारा बढ़ सकती है, इसलिए सुरक्षित जगह पर रहें।
अगर आपके पास कोई बाढ़‑रोधी बैकयार्ड या ऊँचा घर है तो वह सबसे बेहतर शरणस्थली बन सकता है। छोटी सी बाल्टी भी पानी निकालने के काम आएगी, खासकर अगर जलस्तर अचानक बढ़े।
भारी वर्षा से प्रभावित क्षेत्रों में अक्सर ट्रैफिक जाम और बस‑ट्रेन रद्दीकरण होते हैं। इसलिए यात्रा की योजना बनाते समय स्थानीय अधिकारियों के अपडेट को चेक करें, और यदि संभव हो तो घर से ही काम करने का विकल्प चुनें।
कई जिलों में जलभराव के कारण मोबाइल नेटवर्क भी बंद हो सकता है। इस स्थिति में जरूरी नंबर (पोलिस, अस्पताल, डीज़ास्टर मैनेजमेंट) को नोट करके रख लें या ऑफलाइन कॉन्टैक्ट लिस्ट बनाकर रखें।
यदि आप खेत‑खलिहान वाले हैं तो फसल की बचाव के लिए प्लास्टिक शीट और बड़ाई (कंक्रीट) से ढके हुए गड्ढे तैयार करें। इससे पानी का बहाव नियंत्रित रहेगा और फ़सल को नुकसान कम होगा।
अंत में एक बात याद रखें—भारी बारिश अस्थायी है, पर उसके बाद की साफ़ हवा और ताज़ा पवन आपके मन को भी स्फूर्ति देगा। इसलिए डरने के बजाय तैयार रहिए, सुरक्षित रहें और इस मौसम का सही उपयोग करें।
दक्षिण फ़्लोरिडा में भारी वर्षा के कारण तीसरे दिन भी बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। प्रशासन ने निवासियों को बाहर न निकलने और जलमग्न क्षेत्रों में न जाने की सलाह दी है। कई सड़कें और घर पानी में डूब चुके हैं, जिससे जीवन-धमकाने वाली स्थिति उत्पन्न हो गई है। यह खराब मौसम अगले दिन तक बने रहने की संभावना है।
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