हर साल शरद ऋतु में जब चाँद पूरा चमकता है, तब बौद्ध धर्म में एक बड़ा त्यौहार मनाया जाता है – बुद्ध पौराणिक पूर्णिमा। इसे अक्सर गौतम बुद्ध के जन्म, ज्ञानोदय और महापरिनिर्वाण की तिथि माना जाता है। साधारण शब्दों में कहें तो यह दिन उन लोगों के लिए है जो शांति, दया और सच्चाई को अपनाते हैं।
बुद्ध पौराणिक पूर्णिमा का जड़ 5वीं या 6वीं शताब्दी ई. में मिलती है, जब भारतीय सभ्यता में बौद्ध विचारों का प्रसार हुआ था। तब के राजाओं ने इस दिन को बड़े धूमधाम से मनाया और बौद्ध मठों में विशेष पूजा आयोजित की। आज भी लखनऊ, वाराणसी, कांग्रेश्वर आदि जगहें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को आकर्षित करती हैं।
बुद्ध का संदेश सरल है – दुःख हटाने के लिए सही विचार और कार्य चाहिए। इसलिए इस दिन लोग दान‑धर्म करते हैं, शाकाहारी भोजन बनाते हैं और ध्यान लगाते हैं। यह न केवल आध्यात्मिक लाभ देता है बल्कि सामाजिक एकता को भी मजबूत करता है।
इस साल बुद्ध पौराणिक पूर्णिमा 19 नवंबर को आएगी, जो कि शरद ऋतु का सबसे ठंडा माह है। कई शहरों में इस अवसर पर बड़े मेला लगेंगे:
इन कार्यक्रमों में भाग लेने वाले लोग अक्सर शांति‑धारणा के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण पर भी ध्यान देते हैं। कुछ समूह प्लास्टिक‑मुक्त भोजन तैयार कराते हैं और कचरा न फैलाने की जागरूकता फैलाते हैं।
यदि आप इस दिन कुछ खास करना चाहते हैं, तो छोटे‑छोटे कदम मददगार होते हैं: सुबह जल्दी उठकर स्थानीय बौद्ध मठ या मंदिर में जा सकते हैं, वहाँ का प्रसाद ले सकते हैं और फिर अपने घर पर परिवार के साथ शाकाहारी भोजन कर सकते हैं। ध्यान या योग की 30 मिनट की सत्र भी इस दिन को यादगार बना देती है।
बुद्ध पौराणिक पूर्णिमा सिर्फ एक तिथि नहीं, बल्कि जीवन में संतुलन लाने का अवसर है। चाहे आप बौद्ध धर्म के अनुयायी हों या नहीं, इस दिन की शांति और दया का संदेश सभी पर असर डाल सकता है। अगली बार जब चाँद पूरा दिखे, तो इस त्योहार को याद रखें और अपने आसपास के लोगों को भी शामिल करें – यही असली खुशी है।
बुद्ध पूर्णिमा, मुख्य त्योहार, राजकुमार सिद्धार्थ गौतम के जन्मोत्सव को मनाता है, जो गौतम बुद्ध बने और बौद्ध धर्म की स्थापना की। यह त्योहार दक्षिण, दक्षिण-पूर्व और पूर्वी एशिया में मनाया जाता है। बुद्ध पूर्णिमा 2024 को 23 मई गुरुवार को मनाई जाएगी। इस दिन, शांति, करुणा और ज्ञान के बौद्ध मूल्यों की पूजा की जाती है।
आगे पढ़ेंबुद्ध पूर्णिमा, हिन्दू कैलेंडर का एक महत्वपूर्ण त्यौहार है, जो 23 मई 2024 को मनाया जाएगा। यह माना जाता है कि इस दिन भगवान बुद्ध का जन्म हुआ और बोधि वृक्ष के नीचे उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। इस अवसर पर लोग एक-दूसरे को शुभकामनाएं और संदेश भेजते हैं। जानिए इस महान पर्व पर साझा करने के लिए कुछ विशेष संदेश और कोट्स।
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