शेयर बाजार में अक्सर कंपनियों के IPO के आस-पास "Grey Market" का जिक्र सुनते हैं। यहाँ ट्रेड की जाने वाली कीमतों को आधिकारिक इश्यू प्राइस से अलग माना जाता है। जब इन कीमतों में इश्यू प्राइस से अधिक होता है, तो अंतर को Grey Market Premium (GMP) कहा जाता है। सरल शब्दों में, अगर IPO को 100 रुपये पर बुक किया जा रहा है और ग्रे मार्केट में 110 रुपये पर ट्रेड हो रहा है, तो GMP 10 रुपये होगा।
GMP निकालना बहुत आसान है:
GMP = ग्रे मार्केट कीमत - इश्यू प्राइस
।
अगर इश्यू प्राइस 200 रुपये है और ग्रे मार्केट में 230 रुपये मिल रहे हैं, तो GMP 30 रुपये या 15% होगा। ये प्रतिशत बताता है कि बाजार में मांग कितनी तेज़ है।
GMP कई कारणों से महत्वपूर्ण है:
इसलिए, प्रीमियम को देखते समय केवल बड़े नंबर पर भरोसा न करें; बाजार की स्थिरता, कंपनी की बुनियादी बातें और लिस्टिंग के बाद की प्रदर्शन को भी देखें।
यदि आप पहली बार IPO में भाग ले रहे हैं, तो कुछ आसान टिप्स फॉलो कर सकते हैं:
सिर्फ GMP देख कर जल्दी‑बाजी में निवेश करने से बचें। बाजार में कई बार ऐसा होता है कि प्रीमियम घटने पर शेयर की कीमत अचानक गिरती है और निवेशक नुकसान उठाते हैं। इसलिए, GMP को एक संकेतक मानें, पर पूरी रिसर्च के साथ ही निर्णय लें।
संक्षेप में, Grey Market Premium आपको IPO की शुरुआती मांग और संभावित रिटर्न का एक त्वरित स्नैपशॉट देता है। इसे समझकर आप बेहतर एंट्री पॉइंट चुन सकते हैं और अनावश्यक जोखिम से बच सकते हैं। अगली बार जब कोई नया IPO आए, तो GMP को चेक करें, लेकिन साथ ही कंपनी के मूलभूत आँकड़े और पोस्ट‑IPO ट्रैक रिकॉर्ड को भी ज़रूर देखें।
Premier Energies Limited ने 27 अगस्त को अपना IPO लॉन्च किया, कीमत ₹427‑₹450 प्रति शेयर तय की गई। ग्रे मार्केट में शेयरों को लगभग ₹330 प्रीमियम मिल रहा है, जिससे स्टॉक लिस्टिंग पर तेज़ उछाल की उम्मीद है। कुल इश्यू साइज ₹2,830.40 करोड़ है, जिसमें ताज़ा इश्यू और ऑफर‑फ़ॉर‑सेल दोनों शामिल हैं। इक्विटी रेस के बाद फंड मुख्यतः हैदराबाद में 4 GW सोलर पैनल और टॉपकॉन मॉड्यूल प्लांट बनाने के लिए इस्तेमाल होंगे। भारत के दूसरे सबसे बड़े इंटीग्रेटेड सोलर प्लेयर के रूप में कंपनी ने FY‑24 में मजबूत राजस्व और लाभ दिखाया।
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