क्या आप जानते हैं कि हैदराबाद अब सौर ऊर्जा की धड़ाम से आगे बढ़ रहा है? Hyderabad Solar Plant ने इस शहर को नवीकरणीय ऊर्जा के बड़े खिलाड़ी बना दिया है। इस लेख में हम देखेंगे कि इस प्लांट के मुख्य आँकड़े क्या हैं, इसका स्थानीय अर्थव्यवस्था और पर्यावरण पर क्या असर पड़ेगा, और आगे क्या योजनाएँ हैं।
Plant की कुल स्थापित क्षमता 250 MWp (मेगावॉट‑पीक) है, जो लगभग 350,000 घरों तक बिजली सप्लाई कर सकती है। इसे तीन चरणों में पूरा किया गया: पहला चरण 100 MWp, दूसरा 80 MWp और आखिरी चरण 70 MWp। प्रत्येक चरण में मॉड्यूल्स की हीट‑डिसिपेशन को कम करने के लिए विशेष एंटी‑रेफ्लेक्टिव coating लगाया गया है।
ऊर्जा उत्पादन की दर सालाना लगभग 400 गिगावॉट‑घंटे (GWh) रहने की उम्मीद है। इसका मतलब है कि वाणिज्यिक और औद्योगिक क्षेत्रों को कम लागत पर बिजली मिल सकेगी। प्लांट ने 2024‑2025 वित्तीय वर्ष में लगभग ₹1.5 अरब की बचत का अनुमान लगाया है, जो सरकारी और निजी दोनों उपयोगकर्ताओं के लिए फायदेमंद है।
भर्ती के मोर्चे पर, इस प्रोजेक्ट ने 1500 से अधिक स्थानीय कामगारों को रोजगार दिया। निर्माण चरण में इंटीरियर डिजाइनर्स, इलेक्ट्रिशियंस और सिविल इंजीनियर्स ने बड़ी संख्या में काम किया। अब ऑपरेशन के दौरान केवल 50‑70 तकनीकी स्टाफ की जरूरत होगी, इसलिए दीर्घकालिक रोजगार की संभावना भी बनेगी।
पर्यावरणीय लाभ भी उल्लेखनीय हैं। हर साल लगभग 300,000 टन कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन में कमी आएगी, जिससे दिल्ली‑रववार प्रदूषण स्तर में मदद मिलती है। साथ ही, प्लांट के चारों ओर बैरोनिक वृक्षारोपण कार्यक्रम चल रहा है, जिससे स्थानीय जलवायु में सुधार होगा।
सरकार ने इस प्रोजेक्ट को विशेष सब्सिडी और टैक्स रियायतें दी हैं। 25 % की कैपिटल कॉस्ट सब्सिडी और 15 % टैक्स छूट से निवेशकों को आकर्षित किया गया है। इससे प्रोजेक्ट की आर्थिक जीवनकाल 25 साल से भी अधिक हो सकती है।
भविष्य में, Hyderabad Solar Plant को 500 MWp तक विस्तार करने की योजना है। इस साल के अंत में नई बैटरी स्टोरेज सिस्टम की डिलीवरी होगी, जिससे शाम‑सुबह के पीक लोड को संभालना आसान हो जाएगा। यदि सफलता मिली, तो यह मॉडल अन्य भारतीय शहरों के लिए रोल‑आउट का आधार बन सकता है।
समाप्ति में, Hyderabad Solar Plant सिर्फ एक ऊर्जा प्रोजेक्ट नहीं, बल्कि हैदराबाद के विकास का नया मोड़ है। अगर आप ऊर्जा क्षेत्र में निवेश या करियर की सोच रहे हैं, तो इस प्लांट की खबरें आपके लिए ज़रूर देखनी चाहिए।
Premier Energies Limited ने 27 अगस्त को अपना IPO लॉन्च किया, कीमत ₹427‑₹450 प्रति शेयर तय की गई। ग्रे मार्केट में शेयरों को लगभग ₹330 प्रीमियम मिल रहा है, जिससे स्टॉक लिस्टिंग पर तेज़ उछाल की उम्मीद है। कुल इश्यू साइज ₹2,830.40 करोड़ है, जिसमें ताज़ा इश्यू और ऑफर‑फ़ॉर‑सेल दोनों शामिल हैं। इक्विटी रेस के बाद फंड मुख्यतः हैदराबाद में 4 GW सोलर पैनल और टॉपकॉन मॉड्यूल प्लांट बनाने के लिए इस्तेमाल होंगे। भारत के दूसरे सबसे बड़े इंटीग्रेटेड सोलर प्लेयर के रूप में कंपनी ने FY‑24 में मजबूत राजस्व और लाभ दिखाया।
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