अगर आप उत्तराखंड या यूपी में रहते हैं तो "पानी" शब्द अक्सर आपके दिन‑चर्या का हिस्सा बन जाता है। इस टैग पेज पर हम वही सब खबरें इकट्ठा करते हैं—भारी बारिश, जलभराव और बाढ़ से जुड़ी अलर्ट, साथ ही बचाव के आसान उपाय। पढ़िए, समझिए और सुरक्षित रहिए।
इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट (IMD) ने यूपी के 47 जिलों में अगले चार दिन‑बाद भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। 22‑25 अगस्त तक कुछ जगहों पर 64.5–115.५ मिमी तक बारिश हो सकती है, जिससे शहर में जलभराव और ट्रैफ़िक जाम की संभावना बढ़ी हुई है। प्रशासन ने लोगों से अनावश्यक यात्रा बंद रखने का अनुरोध किया है।
उत्तराख़ण्ड भी मौसमी बदलाव के कगार पर है। 16 जून से शुरू होने वाले मानसून में कई जगहों पर हल्की‑से‑भारी बारिश की संभावना है, जबकि पहाड़ी क्षेत्रों में तेज़ हवाएँ और अचानक बाढ़ का खतरा रहता है। इस समय तापमान में धीरे-धीरे गिरावट आएगी, लेकिन उमस अभी भी बनी रहेगी।
उत्तरी भारत के 13 जिलों में इन्फ्रारेड सेंसर ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया—तापमान 41 °C से ऊपर, धूलभरी हवाएँ और तीव्र गर्मी का मिश्रण। ऐसे समय में जल स्रोतों की सफाई न भूलें, क्योंकि पानी की गुणवत्ता जल्दी गिर सकती है।
जब बारिश शुरू हो तो सबसे पहले घर की छत और निकास मार्ग की जाँच करें। गटर या पाइपलाइन में अवरोध न होने दें; अगर जलभराव का खतरा दिखे, तो ऊँचे स्थान पर ही रहें। मोटरबाइक या कार चलाते समय पानी के जमा हुए रास्तों से बचें—गहरी गड्ढी और स्लिपेज दुर्घटना का कारण बनते हैं।
अगर आप बाहर हैं और अचानक बाढ़ आती है, तो तुरंत ऊँची इमारत या बड़े पेड़ की छाया वाले स्थान पर पहुंचें। मोबाइल चार्जर को वाटर‑प्रूफ केस में रखें, ताकि जरूरी सूचना मिलने पर जल्दी संपर्क कर सकें।
स्थानीय प्रशासन के अलर्ट सुनना भी ज़रूरी है। कई बार सरकारी एप्प और रेडियो पर रियल‑टाइम अपडेट मिलते हैं—उन्हें बंद न करें। अगर निकासी की घोषणा हो तो बिना सामान लिए तुरंत बाहर निकलें; देर से चलने से बचाव टीम का काम मुश्किल हो जाता है।साथ ही, बुनियादी स्वास्थ्य देखभाल भी याद रखें। जलजनित रोगों जैसे डायरिया और टाइफ़ाइड से बचने के लिए साफ़ पानी पीएँ, हाथ धोएँ और खाने‑पीने की चीजें अच्छी तरह पकाएँ। घर में मौजूदा दवाइयाँ (जैसे एंटीबायोटिक) रखनी भी मददगार साबित हो सकती हैं।
इन छोटे-छोटे कदमों से आप खुद को और अपने परिवार को जलमग्न स्थितियों से बचा सकते हैं। हमारी साइट पर हर दिन नई अलर्ट, विशेषज्ञ राय और स्थानीय स्तर की खबरें आती रहती हैं—तो नियमित रूप से पढ़ते रहें और तैयार रहें।
दक्षिण फ़्लोरिडा में भारी वर्षा के कारण तीसरे दिन भी बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। प्रशासन ने निवासियों को बाहर न निकलने और जलमग्न क्षेत्रों में न जाने की सलाह दी है। कई सड़कें और घर पानी में डूब चुके हैं, जिससे जीवन-धमकाने वाली स्थिति उत्पन्न हो गई है। यह खराब मौसम अगले दिन तक बने रहने की संभावना है।
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