जब क्रिकेट की बात आती है तो कई लोग जेसन होल्डर को याद करते हैं। उन्होंने तेज गति वाली बॉल और टिकाऊ पिच दोनों पर अपना जलवा दिखाया है। इस लेख में हम उनके करियर के मुख्य पड़ाव, कुछ यादगार मैच और कप्तानी के अनुभवों को आसान भाषा में समझेंगे।
जेसन का जन्म 1991 में बार्बाडोस के छोटे से कस्बे में हुआ था। बचपन में वह गली‑गली क्रिकेट खेलते थे, फिर स्कूल की टीम में जगह बना ली। 2011‑12 सीज़न में वेस्टइंडीज़ ने उन्हें टेस्ट स्क्वॉड में बुलाया और वहीँ से उनका अंतरराष्ट्रीय सफर शुरू हुआ। पहली टेस्ट मैच के बाद ही उनकी तेज गति वाली फास्ट बॉल ने प्रतिपक्षी को परेशान कर देना शुरू किया।
पहले सालों में उन्होंने सिर्फ गेंदबाज़ी नहीं, बल्कि बैटिंग में भी भरोसा दिखाया। 2014 की भारत‑वेस्टइंडीज़ श्रृंखला में उनका 30‑रन का फिनिश एक छोटा लेकिन अहम योगदान था। उस समय से उन्हें ऑलराउंडर के तौर पर ही नहीं, टीम का भावनात्मक स्तंभ माना जाने लगा।
होल्डर ने टेस्ट में 30 + विकेट लेने वाले कई सीज़न पूरे किए। सबसे यादगार था 2017‑18 में इंग्लैंड के खिलाफ उनका 5‑विकेट बॉल, जिससे वेस्टइंडीज़ को जीत दिलाई गई। एक ही सीरीज में उन्होंने दो अर्धशतक भी बनाए – यह दिखाता है कि वह बैटिंग में भी भरोसेमंद हैं।
2021 में उन्हें टीम के कैप्टन का जिम्मा दिया गया। कप्तान बनने पर उनका सबसे बड़ा फ़ैसला था युवा खिलाड़ियों को मौका देना, जैसे की तेज़ी से उभरते शिखर धुनी और टॉमी बर्मिंगहैम को लगातार खेलाना। उन्होंने कहा कि “एक अच्छा टीम हमेशा नए चेहरों से चमकेगा” और इस बात को वे मैदान पर लागू करते रहे।
कप्तान के रूप में उनका सबसे बड़ा टेस्ट जीत 2022‑23 की न्यूज़ीलैंड टूर था, जहाँ उन्होंने न केवल बॉलिंग में दबाव बनाया बल्कि दो बार फिफ़्टी से अधिक रन बनाकर मैच को संतुलित किया। इस जीत ने उनकी रणनीतिक सोच और टीम भावना दोनों को दिखाया।
एक और उल्लेखनीय बात यह है कि वह अक्सर स्पिनर‑फ्रेंडली पिचों पर भी अपनी तेज बॉल से विकेट लेते हैं, जो कई फास्ट बॉलर नहीं कर पाते। इस वजह से उन्हें “द वेस्टइंडीज़ का स्विस आर्मी नाइफ़” कहा जाता है।
अभी तक उनका कुल टेस्ट रन 1 500‑से अधिक और विकेट 150‑से ऊपर हैं, जो एक ऑलराउंडर के लिए शानदार आंकड़े हैं। उनके पास अब तक दो टी20 इंटरनेशनल हाफ‑सेंचुरी और कई वनडे फिफ़्टी भी हैं।
भविष्य की बात करें तो जेसन ने कहा है कि वह युवा खिलाड़ियों को सिखाने पर ज्यादा ध्यान देंगे, साथ ही खुद की बॉलिंग में नई वैरायटी लाकर टीम को आगे ले जाना चाहते हैं। इस दिशा में उनका प्रशिक्षण कार्यक्रम और फिटनेस रूटीन काफी कड़ाई से चलता है।
समाप्ति के तौर पर कहें तो जेसन होल्डर सिर्फ एक तेज़ गेंदबाज़ नहीं, बल्कि वेस्टइंडीज़ क्रिकेट की बहु‑आयामी पहचान हैं। उनका करियर नई पीढ़ी को प्रेरित करता रहेगा और आने वाले सालों में हम उनसे और भी कई रोमांचक मैच देखेंगे।
वेस्टइंडीज ने पाकिस्तान के खिलाफ दूसरा टी20 मैच दो विकेट से जीत लिया। जेसन होल्डर के अंतिम गेंद पर चौके से टीम ने रोमांचक जीत दर्ज की। होल्डर ने गेंदबाजी में भी चार विकेट लिए और टीम को सीरीज में बराबरी दिलाई। अब तीसरा टी20 निर्णायक रहेगा।
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