क्या आपने कभी सोचा है कि आपका अगला जॉब या प्रमोशन सिर्फ सही ट्रेनिंग से तय हो सकता है? आज के समय में कई सरकारी और निजी संस्थान ऐसे प्रशिक्षण केंद्र खोल रहे हैं जो सीधे उद्योग की ज़रूरतों पर ध्यान देते हैं। यहाँ आप न केवल नई तकनीकें सीखते हैं, बल्कि असली प्रोजेक्ट्स पर काम करके हाथ‑में‑हाथ अनुभव भी पाते हैं।
शिक्षा बजट 2025 ने कौशल विकास को प्रमुख लक्ष्य बना रखा है। विशेष रूप से प्राथमिक शिक्षा में गणित, विज्ञान के साथ-साथ डिजिटल स्किल्स पर जोर दिया गया है। इससे स्कूल‑स्तर के छात्रों को ही शुरुआती प्रशिक्षण मिल रहा है, जो आगे चलकर प्रॉफ़ेशनल ट्रेनिंग सेंटर में आसानी से ट्रांसफर हो सकते हैं। उदाहरण के तौर पर, कई राज्य ने ‘उद्योग‑संलग्न कौशल कार्यक्रम’ शुरू किया है जहाँ स्थानीय उद्योगों की जरूरतें सीधे पाठ्यक्रम में शामिल होती हैं।
जब आप किसी प्रशिक्षण केंद्र को चुनते हैं, तो कुछ बातों पर ध्यान देना ज़रूरी है – पहला, क्या वह संस्थान राष्ट्रीय मानकों (जैसे NIPM या AICTE) से मान्यताप्राप्त है? दूसरा, कैंपस में उपलब्ध उपकरण और लैब की क्वालिटी कैसी है? तीसरा, प्लेसमेंट सपोर्ट कितना मजबूत है? कई सफल केस स्टडीज़ दिखाते हैं कि जो केंद्र उद्योग के साथ मिलकर कोर्स बनाते हैं, उनके ग्रेजुएट्स को नौकरी मिलने की संभावना 30‑40% तक बढ़ जाती है।
आपके पास अगर समय या फंड सीमित है, तो ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म भी एक विकल्प हो सकता है। लेकिन याद रखें, डिजिटल कोर्स में प्रैक्टिकल असाइनमेंट और लाइव डेमो सत्र ज़रूर चुनें, क्योंकि वही आपका हाथ‑में‑हाथ अनुभव बनाता है। साथ ही, स्थानीय ट्रेनिंग सेंटर की फ्री वर्कशॉप्स या इंटर्नशिप कार्यक्रमों में हिस्सा लेकर नेटवर्क भी बना सकते हैं, जिससे नौकरी के अवसर सीधे आपके पास आ जाते हैं।
अंत में, चाहे आप हाई स्कूल छात्र हों, कॉलेज ग्रेजुएट या काम‑काजी प्रोफेशनल – सही प्रशिक्षण केंद्र आपकी स्किल्स को तेज़ी से अपडेट कर सकता है और नई नौकरियों के दरवाज़े खोल सकता है। इसलिए आज ही अपने क्षेत्र की लोकप्रिय ट्रेनिंग सेंटर की वेबसाइट देखें, उनके प्लेसमेंट रिकॉर्ड चेक करें और उस कोर्स में दाखिला लें जो आपके भविष्य को उज्जवल बनाता है।
कैनन इंडिया ने स्किल इंडिया मिशन के तहत दिल्ली और मुंबई में दो नए कौशल विकास केंद्र शुरू किए हैं। ये केंद्र 18-25 वर्ष के शहरी स्लम में रहने वाले युवाओं को आवश्यक जीवन और रोजगार योग्य कौशल प्रदान करेंगे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य उच्च मांग वाले क्षेत्रों में युवाओं को बेहतर रोजगार अवसरों के लिए तैयार करना है।
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