सौर ऊर्जा यानी Sun से मिलने वाली मुफ्त बिजली। आज‑कल बिजली की कीमत बढ़ती जा रही है, तो कई लोग सोलर पैनल लगवाने पर सोचते हैं। सोलर पैनल सूरज की रोशनी को सीधे इलेक्ट्रिक में बदल देता है, कोई फॉसिल फ्यूल नहीं, कोई धुआँ नहीं। मतलब पर्यावरण को भी बचाता है और बिजली बिल भी घटता है।
भारत ने 2025 तक 100 GW सौर क्षमता का लक्ष्य रखा है। कई राज्यनें अपने‑अपने सोलर मिशन शुरू किए हैं – झारखंड का ‘सोलर पावर प्लान’, तमिलनाडु का ‘सोलर सिटी’ आदि। सरकारी सब्सिडी, सालाना टैक्स छूट और आसान लोन की सुविधा से छोटे किसान और गृहस्थ भी सोलर लाइट या पावर सिस्टम लगा रहे हैं।
पहला कदम – अपने घर की छत की रुझान और साइज देखिए। दक्षिण‑मुखी और बिना छाया वाले रूफ सबसे बढ़िया होते हैं। दूसरा – भरोसेमंद सोलर इंस्टॉलर चुनिए, उनका अनुभव और प्रमाणपत्र देखिए। तीसरा – बजट बनाइए: पैनल, इनवर्टर, माउंटिंग स्ट्रक्चर और इंस्टॉलेशन की कुल लागत जानिए। चौथा – सरकारी ऑफ़र या राज्य की सब्सिडी के लिए आवेदन करें। आख़िर में, सिस्टम को चालू करिए और मॉनिटरिंग ऐप से बिजली उत्पादन देखिए।
अगर आप बड़े प्रोजेक्ट की सोच रहे हैं, तो ग्रिड‑टाई के लिए विशेष लाइसेंस की ज़रूरत पड़ती है। यह लाइसेंस आपको अपनी अतिरिक्त बिजली को राष्ट्रीय ग्रिड में बेचने की अनुमति देता है, जिससे एक अतिरिक्त आय का स्रोत बन जाता है।
सौर ऊर्जा की बात करें तो बहुत सी नई तकनीकें भी उभर आई हैं – बिफेसियल पैनल जो दोनों तरफ से रोशनी पकड़ते हैं, ट्रैकिंग सिस्टम जो सूरज की दिशा का खुद‑ब-खुद पता लगाते हैं, और बैटरी स्टोरेज जो रात में भी बिजली देने में मदद करती हैं। ये तकनीकें पहले की तुलना में लागत‑प्रभावी बन रही हैं।
सोलर पैनल लगवाने से पहले एक छोटा टेबल बनाइए, जिसमें निवेश, बचत, रीटर्न ऑन इनवेस्टमेंट (ROI) और लिफ़ टाइम (आमतौर पर 25 साल) दिखाए। अक्सर शुरुआती लोग पहलू‑पहलू की लागत देख कर रुक जाते हैं, लेकिन 5‑6 साल में आप अपना खर्च वापस पा लेते हैं।
आजकल ऑनलाइन कई टूल भी हैं जहाँ आप अपनी छत की फोटो अपलोड करके सौर उत्पादन का अनुमान लगा सकते हैं। ये टूल आपके शहर की पुरानी मौसम डेटा को इस्तेमाल करके सालाना किलावॉट‑घंटा (kWh) बताते हैं, जिससे आप सही सिस्टम साइज चुन सकते हैं।
दैनिक देहरादून गूंज पर Solar Energy टैग के तहत आप कोरियन केजरी से लेकर भारतीय सरकारी योजनाओं तक की खबरें पढ़ सकते हैं। चाहे वह नई सोलर फार्म की उद्घाटन हो या सौर ऊर्जा पर वैज्ञानिक शोध, सब यहाँ मिलेंगे। इस टैग पेज को फॉलो रखें, ताकि हर नई अपडेट मिस न हो।
आख़र में, अगर आप सौर ऊर्जा को अपनाना चाहते हैं तो छोटे से शुरू करें – जैसे सोलर लाइट या छोटे इनवर्टर सेट‑अप। धीरे‑धीरे बड़े सिस्टम की ओर बढ़ें। चलिए, इस साफ़ ऊर्जा की लहर में साथ मिलकर कदम बढ़ाते हैं और फ़्यूचर को हरा‑भरा बनाते हैं।
Premier Energies Limited ने 27 अगस्त को अपना IPO लॉन्च किया, कीमत ₹427‑₹450 प्रति शेयर तय की गई। ग्रे मार्केट में शेयरों को लगभग ₹330 प्रीमियम मिल रहा है, जिससे स्टॉक लिस्टिंग पर तेज़ उछाल की उम्मीद है। कुल इश्यू साइज ₹2,830.40 करोड़ है, जिसमें ताज़ा इश्यू और ऑफर‑फ़ॉर‑सेल दोनों शामिल हैं। इक्विटी रेस के बाद फंड मुख्यतः हैदराबाद में 4 GW सोलर पैनल और टॉपकॉन मॉड्यूल प्लांट बनाने के लिए इस्तेमाल होंगे। भारत के दूसरे सबसे बड़े इंटीग्रेटेड सोलर प्लेयर के रूप में कंपनी ने FY‑24 में मजबूत राजस्व और लाभ दिखाया।
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