जब हम टी20I गेंदबाज़ी रैंकिंग, क्रिकेट में अंतरराष्ट्रीय टी20I फॉर्मेट के बॉलरों की प्रदर्शन-आधारित क्रमबद्ध सूची. इसे अक्सर टी20I बॉलिंग रैंकिंग कहा जाता है, तो आप जानेंगे कि कौन से बॉलर लगातार वीकेंड में दबदबा बना रहे हैं। इस रैंकिंग में केवल विज़ेते बॉलर नहीं, बल्कि उनके विकेट, बॉलर द्वारा ली गई कुल आउट्स की संख्या, उनका इकोनोमी रेट, रन प्रति ओवर (आरओपीओ) की औसत दर और स्ट्राइक रेट, प्रति विकेट मिलने वाली डिलीवरी की संख्या जैसे आँकड़ों को मिलाकर तय होती है।
रैंकिंग का निर्माण ICC द्वारा किया जाता है, इसलिए यह वैश्विक स्तर पर मान्य है। ICC का एल्गोरिद्म इन आँकड़ों को वेटेज देता है: विकेट की महत्ता सबसे ऊपर, फिर इकोनोमी रेट और स्ट्राइक रेट क्रमशः। इस तरह बॉलरों की विभिन्न कौशल—जैसे तेज़ पिच पर फास्ट बॉलर की गति या घुमावदार पिच पर स्पिन बॉलर की कलाबाज़ी—को एक ही तालिका में दिखाया जाता है। इससे दर्शकों को पता चलता है कि कौन से बॉलर अभी फॉर्म में हैं और किन्हें आगे देखना चाहिए।
पहले सभी अंतरराष्ट्रीय टी20I मैचों के बॉलिंग डेटा को इकट्ठा किया जाता है। फिर प्रत्येक बॉलर के लिए विकेट, इकोनोमी रेट, स्ट्राइक रेट और मैचेज़ प्ले्ड (मैचों की संख्या) की गणना होती है। अगर बॉलर ने कम से कम पाँच मैच खेले हों, तो उसकी आँकड़े स्थिर माने जाते हैं—यह न्यूनतम थ्रेशोल्ड रैंकिंग को विश्वसनीय बनाता है। इसके बाद ICC का कंप्यूटेशनल मॉडल इन मानकों को एन्हांस्ड वेटेज के साथ मिलाकर एक स्कोर बनाता है, जिसे रैंकिंग पॉइंट कहा जाता है। सबसे अधिक पॉइंट वाले बॉलर को #1 स्थान मिलता है, उसके बाद क्रमशः। यह प्रक्रिया हर दो हफ्ते में अपडेट होती है, ताकि नए प्रदर्शन तुरंत रैंकिंग में परिलक्षित हो सकें।
रैंकिंग के अलावा कई खिलाड़ियों की प्रोफ़ाइल भी उपलब्ध हैं: फास्ट बॉलर, पिच-प्रभावित स्पिन बॉलर, हेंडिकैप बॉलर आदि। इन प्रोफ़ाइलों में उनके टॉप फ़ेस्ट्स, बेस्ट इकोनोमी रेट वाले मैच और सबसे जल्दी विकेट लेने का रिकॉर्ड भी दिखता है। उदाहरण के तौर पर, एक स्पिन बॉलर का स्ट्राइक रेट 12.5 डिलीवरी पर एक विकेट हो सकता है, जबकि तेज़ पेसर का 14.3 हो सकता है। इस डेटा से कोच और टीम मैनेजर्स अपनी टीम संयोजन में बेहतर निर्णय ले पाते हैं।
आजकल कई अपडेटेड एनालिटिक्स टूल्स भी रैंकिंग को विज़ुअलाइज़ करते हैं: ग्राफ़ में टाइमलाइन पर बॉलर की औसत इकोनोमी रेट, या हीटमैप में विभिन्न जर्सी नंबरों पर बॉलिंग इफ़ेक्टिवनेस। इससे न सिर्फ खिलाड़ियों को अपनी कमजोरियों का पता चलता है, बल्कि फैंस को भी यह समझ आता है कि कौन सा बॉलर किस परिस्थितियों में चमकता है। इस कारण टी20I गेंदबाज़ी रैंकिंग अब केवल आँकड़े नहीं, बल्कि खेलने की रणनीति का अहम हिस्सा बन गई है।
यदि आप आगामी विश्व कप, चैंपियनशिप या टॉप लीग मैचों के लिए बॉलरों की फॉर्म ट्रैक करना चाहते हैं, तो इस रैंकिंग को देखना फायदेमंद रहेगा। नीचे दी गई सूची में आप विभिन्न देशों के सर्वश्रेष्ठ बॉलरों को उनके वर्तमान रैंक, प्रमुख आँकड़े और हालिया परफ़ॉर्मेंस के साथ पाएँगे। यह जानकारी आपके क्रिकेट ज्ञान को अपडेट रखेगी और अगली बार जब आप दाव पर लगाएँगे तो बेहतर समझ बनाएगी।
वरुण चक्रवर्ती ने ICC की टी20I गेंदबाज़ी रैंकिंग में नंबर‑एक हासिल कर भारत को गौरव दिलाया; यह जीत एशिया कप 2025 में उनके प्रभावशाली प्रदर्शन से संभव हुई।
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