अगर आप उत्तरप्रदेश में रहते हैं या यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो मौसम से जुड़ी हर नई सूचना यहाँ मिल जाएगी। हम आपको IMD के अलर्ट, बरसात‑की‑संभावना और गर्मी‑से‑बचाव टिप्स आसान भाषा में बताते हैं।
इंडियन मेटियोरोलॉजिकल डिपार्टमेंट (IMD) ने 22‑25 अगस्त तक उत्तरप्रदेश के 47 जिलों में बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। कुछ जगहों पर 64.5 से 115.5 mm तक बारिश की संभावना बताई गई है। इस दौरान शहरों में जलभराव, ट्रैफ़िक जाम और निचले इलाकों में बाढ़ के खतरे बढ़ सकते हैं। प्रशासन ने लोगों से अनावश्यक यात्रा को टालने की अपील की है। यदि आप इन जिलों में हैं तो घर के पास के निकासी मार्ग को याद रखें और पानी‑से‑बचाव किट तैयार रखें।
जैसे ही बारिश की चिंता है, वैसे ही गर्मी भी सतह पर बनी हुई है। उत्तरप्रदेश के 13 जिलों में आज‑कल तापमान 41 डिग्री से ऊपर जा रहा है और IMD ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। तेज़ धूलभरी हवाओं और उच्च उमस के साथ शरीर जल्दी थक सकता है। इस समय बाहर निकलते समय टोपी, हल्का कपड़ा और पर्याप्त पानी ले जाएँ। शाम को ठंडी हवा का फायदा उठाकर घर में पंखा या एसी चलाएँ ताकि रात्रि में तापमान कम रहे।
इन दो अलर्टों के बीच उत्तरप्रदेश की मौसमी स्थिति थोड़ी उलझी हुई लगती है, लेकिन सही तैयारी से आप सुरक्षित रह सकते हैं। नीचे कुछ आसान टिप्स दी गई हैं:
अब बात करते हैं आगामी मोनसून‑एंट्री की। मौसम विभाग ने बताया कि 16 जून से उत्तरप्रदेश में मानसूनी बारिश शुरू हो सकती है। यह गर्मी के अंत का संकेत है और इस दौरान तापमान 33‑42 डिग्री के बीच रहेगा, साथ ही 3‑8 जुलाई तक कभी‑कभी हल्की-भारी बरसात की संभावना है। पहाड़ी इलाकों में धूप और ठंडा हवा दोनों मिल सकते हैं, इसलिए लेयरिंग कपड़े रखना बेहतर रहेगा।
अगर आप यात्रा की योजना बना रहे हैं तो मानसून के पहले या बाद के हफ्ते को चुनें। बारिश शुरू होने पर ट्रैफ़िक जाम और रोड क्लोजर आम होते हैं, लेकिन हरियाली का नज़ारा भी लुभावना होगा। छोटे शहरों में स्थानीय बाजार में ताज़ी सब्ज़ियाँ मिलती हैं, जबकि बड़े नगरों में शॉपिंग मॉल खुले रहते हैं – इसलिए अपनी खरीदारी योजना पहले से बनाएँ।
हमारे पास उत्तरप्रदेश के मौसम से जुड़ी सभी खबरें एक जगह हैं। आप चाहे किसान हों, छात्र हों या यात्रा प्रेमी – यहाँ पर आपको सही जानकारी मिल जाएगी। किसी भी अलर्ट में बदलाव होने पर हम तुरंत अपडेट करेंगे, इसलिए इस पेज को बुकमार्क कर रखें और रोज़ाना चेक करें।
पिछले सालों के डेटा से पता चलता है कि उत्तरप्रदेश में गर्मी का असर हर साल देर तक रहता है, जबकि मानसून थोड़ा देरी से आता है। इस कारण जल संसाधन प्रबंधन और फसल योजना पर खास ध्यान देना जरूरी है। किसान मित्रों को सलाह दी जाती है कि फसल की बुवाई ऐसे समय करें जब बरसात सही मात्रा में हो – इससे पैदावार बढ़ेगी और नुकसान कम होगा।
अंत में, याद रखें: मौसम बदलता रहता है, लेकिन आपका तैयार रहना हमेशा काम आएगा। हम लगातार अपडेट लाते रहेंगे, इसलिए दैनिक देहरादून गूँज के साथ जुड़े रहें और सुरक्षित रहें।
मार्च 12, 2025 से उत्तर प्रदेश में 30 किमी/घंटा की गति से तेज हवाएँ चलेंगी। होली के समय, 18-19 मार्च, 2025 के दौरान, राज्य के कुछ जिलों में बारिश की संभावना भी है। मार्च के मौसमी परिवर्तनों के बीच यह परिवर्तन सामान्य है।
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