अगर आप देहरादून, यूपी या आस-पास के किसी कोने में रहते हैं तो रोज़ाना मौसम की खबर आपके प्लान में बड़ा रोल निभाती है। इस पेज पर हम IMD (भारतीय मौसम विभाग) से मिले रियल‑टाइम अलर्ट, अगले 4‑5 दिनों का अनुमान और आसान टिप्स एक जगह इकट्ठा करते हैं। पढ़िए, समझिए और अपनी रोज़मर्रा की जिंदगी को बिना बाधा के चलाइए।
रेड अलर्ट सबसे गंभीर स्तर का संकेत देता है। उदाहरण के तौर पर, यूपी में 47 जिलों में 22‑25 अगस्त तक भारी बारिश की चेतावनी जारी हुई थी। ऐसे समय में नदियों का जलस्तर तेज़ी से बढ़ता है, सड़कों पर पानी जमा हो जाता है और फसलें बिन पानी के भीगी रह जाती हैं। अगर आपका घर या खेती वाला ज़िला इस लिस्ट में है तो बाहर निकलना टालें, जरूरी सामान पहले सुरक्षित कर लें और स्थानीय प्रशासन की हर सूचना को फ़ॉलो करें।
ऑरेंज अलर्ट मध्यम‑भारी बारिश या तेज़ गर्मी के लिए होता है। पिछले महीने उत्तराखंड के 13 जिलों में तापमान 41°C से ऊपर जा रहा था, इसलिए IMD ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया। इस तरह की परिस्थितियों में पानी अधिक पीएँ, हल्के कपड़े पहनें और शाम‑सांझ को बाहर की गतिविधि कम रखें।
मार्च के अंत से उत्तर प्रदेश में 30 किमी/घंटा तक तेज़ हवाओं का प्रकोप होने वाला है, साथ ही होली के दिन हल्की बारीश की संभावना भी बताई गई है। इसका मतलब है कि अगर आप बाहर होली खेलने जा रहे हैं तो पानी‑रोधी जूते और धूप‑छाया दोनों का ध्यान रखें।
उत्तरी भारत में जून से मानसून का प्रवेश होने वाला है। 16 जून के बाद कई जगहों पर लगातार बारिश की संभावना है, लेकिन तापमान अभी भी 33‑42 °C तक रहेगा। इसलिए न केवल बाढ़ की चेतावनी बल्कि गर्मी से बचने के उपाय भी जरूरी हैं—जैसे कि घर में पंखे या एसी चलाना और बाहर जाने से पहले सर्दियों की तरह हल्का कपड़ा पहनना।
हर मौसम परिवर्तन में स्थानीय स्तर पर छोटे‑छोटे संकेत होते हैं: नदियों का पानी बढ़ना, धुंध के साथ ठंडा महसूस होना, या शाम को अचानक तेज़ हवाएं चलना। इन संकेतों को नोट करें और यदि आप खेती कर रहे हैं तो फसल की रक्षा के लिए सही समय पर कटाई या बीज बोने का निर्णय लें।
सारांश में कहें तो मौसम भविष्यवाणी सिर्फ आंकड़े नहीं, बल्कि आपके रोज़मर्रा के फैसलों का आधार है। IMD से मिले अलर्ट को नजरअंदाज न करें, स्थानीय खबरों को सुनते रहें और तैयारियों को समय पर अपनाएँ। ऐसा करने से आप खुद को सुरक्षित रख पाएँगे और अपने आसपास की लोगों की मदद भी कर सकेंगे।
टी20 वर्ल्ड कप 2024 के फाइनल में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच मैच के दौरान बारिश की 78% संभावना है। यह मैच ब्रिजटाउन, बारबाडोस के केंसिंगटन ओवल में 29 जून को खेला जाना है। संभावना है कि मैच बारिश और गरज के साथ बौछारों के कारण बाधित हो सकता है। ICC ने मैच को समायोजित करने के लिए अतिरिक्त 190 मिनट का समय निर्धारित किया है।
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