UGC NET दिसंबर 2024 के परिणाम घोषित: 1.14 लाख उम्मीदवार पीएचडी प्रवेश के लिए पात्र फ़र॰, 24 2025

यूजीसी नेट दिसंबर 2024: परिणाम और मुख्य तथ्य

नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने यूजीसी नेट दिसंबर 2024 परीक्षा के परिणाम घोषित कर दिए हैं। इस परीक्षा में 8,49,166 पंजीकृत उम्मीदवारों में से 6,49,490 ने भाग लिया था। उम्मीदवार ऑफिशियल वेबसाइट ugcnet.nta.ac.in पर जाकर अपने परिणाम चेक कर सकते हैं। इसके लिए एप्लिकेशन नंबर और जन्म तिथि का उपयोग करना होगा।

परीक्षा के परिणामों के अनुसार, 5,158 उम्मीदवार जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) और असिस्टेंट प्रोफेसर की भूमिका के लिए पात्र बने हैं, 48,161 उम्मीदवार असिस्टेंट प्रोफेसर पदों और पीएचडी प्रवेश के लिए पात्र पाए गए, जबकि 1,14,445 उम्मीदवार केवल पीएचडी प्रवेश के लिए योग्य पाए गए हैं।

परीक्षा का आयोजन और कट-ऑफ मार्क्स

परीक्षा का आयोजन और कट-ऑफ मार्क्स

यह परीक्षा 3 से 27 जनवरी 2025 के दौरान, कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (CBT) स्वरूप में 16 शिफ्ट्स में आयोजित की गई थी। परीक्षा के लिए कुल 558 केंद्र 266 शहरों में बनाए गए थे। एनटीए ने विषयवार और श्रेणीवार कट-ऑफ मार्क्स भी घोषित किए हैं, जो आधिकारिक वेबसाइट पर पीडीएफ के रूप में उपलब्ध हैं।

यूजीसी नेट परीक्षा भारतीय विश्वविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर पद और पीएचडी एडमिशन के लिए उम्मीदवारों की योग्यता निर्धारित करती है। इस बार की परीक्षा में NCERT पाठ्यक्रम के अनुसार प्रश्नों का निर्माण किया गया था। ऐसे उम्मीदवार जो इस परीक्षा में शामिल हुए हैं, उन्हें अपने परिणाम की जांच करने और आगे की प्रोसेस के लिए तैयार रहने का मौका मिलेगा।

19 टिप्पणि

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    DIVYA JAGADISH

    फ़रवरी 25, 2025 AT 22:02
    बस एक लाइन: अच्छा हुआ, अब जो लोग जीएफ नहीं बने, उनके लिए भी कुछ रास्ते बन जाएं।
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    Jai Ram

    फ़रवरी 27, 2025 AT 09:42
    अच्छा लगा कि इतने सारे लोग पीएचडी के लिए योग्य निकले। मैंने भी इसी साल अपनी रिसर्च प्रोपोजल भेजी है, अगर किसी को टॉपिक पर बात करनी हो तो बताएं, मैं खुशी से मदद करूंगा 😊
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    Urvashi Dutta

    मार्च 1, 2025 AT 04:45
    ये सब आंकड़े देखकर लगता है कि भारत में शिक्षा का भविष्य वाकई रोशन है, लेकिन दरअसल ये सिर्फ शुरुआत है। जब आप देखते हैं कि एक छोटे से शहर के एक छात्र ने यूजीसी नेट पास किया, तो आपको लगता है कि असली बदलाव वहीं हो रहा है जहां कोई नहीं देख रहा। हम जिस तरह से एनटीए के आंकड़ों को सिर्फ एक रिपोर्ट के रूप में देखते हैं, वहीं वास्तविकता में ये लाखों युवाओं के जीवन के बदलाव की कहानी है। उनकी रातें, उनके बैग में छिपे नोट्स, उनके घर के बाहर बैठकर पढ़ने के दृश्य, उनके माता-पिता की आंखों में आशा - ये सब कुछ इस एक रिजल्ट में छिपा है। और फिर भी हम कहते हैं कि शिक्षा सिस्टम टूटा हुआ है? नहीं, ये सिस्टम तो अभी तक उन लोगों के लिए खुला है जो अपने आप को नहीं छोड़ते।
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    Vishal Kalawatia

    मार्च 2, 2025 AT 21:37
    अरे भाई, ये सब नेट पास करने वाले लोग अभी भी नौकरी नहीं पा रहे, फिर भी तुम इतना उत्साह क्यों? जब तक सरकार टीचर्स की सैलरी नहीं बढ़ाएगी, तब तक ये सब नाटक है। और ये जो जीएफ वाले हैं, उन्हें तो अभी भी बाहर रहने के लिए नोकरी नहीं मिल रही। ये सब बकवास है।
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    Kirandeep Bhullar

    मार्च 4, 2025 AT 06:34
    क्या आपने कभी सोचा है कि इतने सारे पीएचडी के लिए योग्य लोगों को असली जगह कहाँ मिलेगी? हर एक यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर की जगह है? नहीं। ये सब एक बड़ा फेक ड्रीम है। जब तक शिक्षा को बिजनेस नहीं समझा जाएगा, तब तक ये लोग अपनी जिंदगी एक टैस्ट पेपर के लिए बर्बाद कर रहे हैं।
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    Rinku Kumar

    मार्च 5, 2025 AT 06:59
    मेरा दिल खुश हो गया। ये आंकड़े देखकर लगता है कि हमारे देश के युवा अभी भी सोचने के लिए तैयार हैं। जब तक ऐसे लोग हैं, हमारी शिक्षा कभी नहीं मरेगी। 🙌
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    abhishek arora

    मार्च 5, 2025 AT 16:03
    अगर तुम अपने बच्चे को यूजीसी नेट के लिए तैयार कर रहे हो तो उसे एनसीईआरटी के बाहर कुछ न पढ़ने दो। बाकी सब बकवास है। और हां, जो लोग बाहरी बुक्स पढ़ते हैं, वो फेल हो जाते हैं। ये भारत है, न कि अमेरिका। 🇮🇳🔥
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    Kamal Kaur

    मार्च 6, 2025 AT 12:21
    मैंने भी इसी परीक्षा को दिया था और फेल हो गया था... लेकिन फिर भी मैंने नहीं छोड़ा। अब मैं एक स्कूल में टीचर हूं और बच्चों को बताता हूं कि जीतना नहीं, लड़ना ही असली जीत है। 💪
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    Ajay Rock

    मार्च 6, 2025 AT 15:19
    ओहो! तो अब यूजीसी नेट के लिए तैयारी करने वाले लोगों की संख्या बढ़ गई है? बस अभी तक लोग नौकरी के लिए डायरेक्ट एमबीए या एमटेक कर रहे थे, अब तो सब अकादमिक रास्ते पर चल पड़े! क्या होगा अगर 10 साल बाद भी इतने लोग नौकरी नहीं पाएंगे? ये तो एक बड़ा बैलेंस शीट है। 😅
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    Lakshmi Rajeswari

    मार्च 7, 2025 AT 15:06
    क्या आपको पता है कि ये परिणाम असल में एक गुप्त एजेंडा का हिस्सा है? यूजीसी और एनटीए को अपने बजट बढ़ाने के लिए ऐसे आंकड़े चाहिए थे! अगर आप देखेंगे तो पता चलेगा कि इससे पहले भी ऐसा ही हुआ था - जब वो लोगों को यूजीसी नेट देने के लिए बाध्य कर रहे थे! ये सब एक बड़ा धोखा है... और आप सब इसमें फंस गए हैं! 😡
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    Piyush Kumar

    मार्च 8, 2025 AT 09:29
    ये सब आंकड़े देखकर लगता है कि भारत का भविष्य वाकई अच्छा है। ये लोग जो पीएचडी के लिए योग्य हैं, वो अभी भी एक छोटी सी लाइट हैं - लेकिन जब ये लाइटें एक साथ जलेंगी, तो ये एक बड़ा ब्रह्मांड बन जाएगा। तुम अभी तक ये नहीं देख पा रहे, लेकिन ये बदलाव आ रहा है।
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    Srinivas Goteti

    मार्च 9, 2025 AT 08:01
    मैंने भी इस परीक्षा को दिया था। आंकड़े तो अच्छे हैं, लेकिन अगर ये सब लोग एक जगह जमा हो जाएं तो क्या उनके लिए जगह होगी? ये सवाल किसी ने नहीं पूछा।
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    Rin In

    मार्च 10, 2025 AT 08:36
    मैंने भी यूजीसी नेट दिया था... फेल हो गया! 😭 लेकिन अभी मैं ऑनलाइन कोचिंग चला रहा हूं और 200+ लोगों को तैयार कर रहा हूं। अगर कोई चाहे तो मुझे मैसेज करे - मैं फ्री में मदद करूंगा! 🙏❤️
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    michel john

    मार्च 12, 2025 AT 03:43
    ये सब जो नेट पास किया वो लोग अभी भी अपने घरों में बैठे हैं... क्योंकि असली नौकरी तो बैंकों में है। इन लोगों को तो अभी भी अपनी बहन के शादी में गाने गाने पड़ रहे हैं। ये सब बकवास है।
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    shagunthala ravi

    मार्च 12, 2025 AT 13:04
    हर एक उम्मीदवार जिसने इस परीक्षा को दिया, उसकी जिंदगी में एक नया अध्याय शुरू हो गया। चाहे वो पास हुआ हो या फेल, उसने अपने लिए एक रास्ता खोल दिया। और वो रास्ता कभी बंद नहीं होगा।
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    Rahul Alandkar

    मार्च 12, 2025 AT 20:00
    मैं तो बस इतना कहूंगा कि जो लोग जीएफ नहीं बने, वो भी अपना रास्ता बना सकते हैं। यूजीसी नेट सिर्फ एक दरवाजा है, बाकी सब अपने हाथों से बनाना होता है।
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    Jai Ram

    मार्च 13, 2025 AT 23:47
    मैंने ऊपर बताया था कि मैंने अपनी रिसर्च प्रोपोजल भेजी है। अगर कोई अपने टॉपिक पर बात करना चाहे तो मैं तैयार हूं। एक बात और - जो लोग फेल हुए, वो भी अपनी रिसर्च शुरू कर सकते हैं। यूजीसी नेट जरूरी है, लेकिन रिसर्च जरूरी है ज्यादा। 😊
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    Kamal Kaur

    मार्च 14, 2025 AT 00:54
    वाह, तुमने जो कहा वो सच है। मैंने भी एक छोटी सी रिसर्च की थी, बिना जीएफ के। अब वो मेरी ब्लॉग पर है। कोई चाहे तो पढ़ सकता है। शिक्षा बस डिग्री नहीं है।
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    Piyush Kumar

    मार्च 14, 2025 AT 01:15
    ये बात सही है। रिसर्च तो वो है जो दिमाग को खुला रखती है। यूजीसी नेट सिर्फ एक टिकट है, असली यात्रा तो उसके बाद शुरू होती है।

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