
कार्यक्रम की मुख्य झलक
25 सितंबर 2025 को ग्रेटर नोएडा में आयोजित उत्तर प्रदेश अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला 2025 का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। इस पाँच‑दिवसीय मेले का नेतृत्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कर रहे थे, जो राज्य की औद्योगिक, कृषि, सांस्कृतिक और नवाचार क्षमताओं को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करने का अवसर है। इस साल की थीम ‘Ultimate Sourcing Begins Here’ कहलाती है, जिसका मतलब है कि भारत में ही सभी सामग्रियों की खोज शुरू होती है।
मेले में 2,200 से अधिक प्रदर्शक शामिल हुए, जिनमें हस्तशिल्प, वस्त्र, चमड़ा, कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, आई‑टी, इलेक्ट्रॉनिक्स और आयुर्वेदिक (अयुश) उत्पाद प्रमुख थे। रूस को इस वर्ष का अंतर्राष्ट्रीय साझेदार घोषित किया गया, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार में नई संभावनाएं खुलें। प्रदर्शकों ने अपने स्टॉल पर नवीनतम तकनीक, पारम्परिक कला और ऊर्जा‑सक्षम समाधान दिखाए, जिससे दर्शकों को विविधता का ताज़ा अनुभव मिला।
- हस्तशिल्प और वस्त्र: वाराणसी की कढ़ाई, लखनऊ की ज़री‑काम और कानपुर के जूते
- लेदर: गाजियाबाद और मेरठ के लेदर जूते, बैग और जूते
- कृषि और खाद्य: फसल‑वधि, जैविक खाद्य पदार्थ, प्रोसेस्ड फ़्रूट स्नैक्स
- आई‑टी और इलेक्ट्रॉनिक्स: स्टार्ट‑अप सॉफ़्टवेयर, रोबोटिक ऑटोमेशन, एआई समाधान
- अयुश उत्पाद: हर्बल कंस़्यूमर गुड्स, आयुर्वेदिक क्रीम और सप्लीमेंट्स
प्रधानमंत्री ने उद्घाटन समारोह के दौरान कहा, "वर्तमान वैश्विक अस्थिरता में भी भारत की अर्थव्यवस्था को झकझोर नहीं पाया गया। यह हमारी आत्मनिर्भरता और नवाचार की शक्ति का प्रमाण है।" उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि प्रत्येक ऐसी वस्तु जो भारत में बनाई जा सकती है, उसे भारत में ही बनाना चाहिए। इस संदर्भ में उन्होंने जीएसटी में चाले जा रहे सुधारों को भी कहा, जो आगे के विकास को नई ऊँचाइयों तक ले जाएंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संदेश
उद्घाटन के बाद मोदी ने कई युवा और महिला उद्यमियों से बातचीत की। अभिषेक गोयल, जो ‘सीएम युवा योजना’ और ‘प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना’ का लाभ प्राप्त कर रहे हैं, ने बताया कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने उनके व्यवसाय में युवा, महिलाएं और विकलांगों की भागीदारी के बारे में पूछताछ की। गोयल की कंपनी अब राज्य सरकार के साथ मिलकर कौशल विकास और रोजगार सृजन में योगदान दे रही है।
दूसरी ओर, निशात मिर्जा ने कहा कि प्रधानमंत्री के साथ संवाद उनके लिए ‘एक गर्व का क्षण’ था। मोदी ने उनके उत्पादों की प्रशंसा की और बाजार में विस्तार के अवसरों पर चर्चा की। उसी दौरान रोबोटिक्स कंपनी Addverb के प्रतिनिधि राहुल त्यागी ने बताया कि पीएम ने कंपनी के बॉटों और तकनीकी नवाचारों को सराहा, जिससे कर्मचारियों में उत्साह का माहौल बना।
मोदी ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि इस मेले का उद्घाटन पंडित दींदयाल उपाध्याय की जयंती के साथ हुआ है। उन्होंने ‘अन्त्योदय’ सिद्धान्त को पुनः उल्लेख किया, जिसका अर्थ है ‘पंक्ति के आखिरी व्यक्ति तक समावेशी विकास’। उन्होंने कहा, "अन्त्योदय तभी संभव है जब हर वर्ग को छूने वाले विकास की योजनाएँ हों, और यही भारत मॉडल अब विश्व को दिखाने का समय है।"
इसी के साथ प्रधानमंत्री ने "ऑपन प्लेटफ़ॉर्म्स फॉर ऑल" की अवधारणा को भी दोहराया। इस विचार के तहत सभी निर्माताओं को समान अवसर मिलें, चाहे वह छोटी एमएसएमई हो या बड़ी कंपनियाँ। उन्होंने बताया कि रक्षा उद्योग में भी ‘मेड इन इंडिया’ की तेज़ प्रगति चल रही है, जिससे हर घटक को राष्ट्रीय उत्पादन चक्र में शामिल किया जा रहा है।
मेले के अंत में योगी आदित्यनाथ ने इस पहल को राज्य के आर्थिक पुनरुद्धार का मुख्य स्तम्भ बताया। उन्होंने कहा, "इस तरह के मंच से न केवल निर्यात बढ़ेगा, बल्कि हमारे स्थानीय व्यवसायियों को वैश्विक मानकों के साथ जुड़ने का अवसर मिलेगा।" उन्होंने भविष्य में और भी बड़े अंतर्राष्ट्रीय भागीदारी की योजना भी साझा की।
उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री मोदी राजस्थान की ओर गये, जहाँ उन्होंने 1,22,100 करोड़ रुपये के विकास प्रोजेक्ट्स की शुरुआत की और बनस्वा में सार्वजनिक सभा को संबोधित किया। इस यात्रा में उन्होंने पीएम कुसुम योजना के लाभार्थियों से भी मुलाकात की, जिससे महिलाओं के सशक्तीकरण की दिशा में आगे के कदमों की पुष्टि हुई।