अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ श्रीनगर में 7,000 से अधिक लोग होंगे शामिल: जम्मू-कश्मीर एलजी जून, 19 2024

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर श्रीनगर में भव्य आयोजन

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के 10वें वर्षगांठ को बड़े ही भव्य तरीके से मनाने की तैयारी की जा रही है। इस वर्ष का आयोजन श्रीनगर के सुहाने डल झील के किनारे होगा, जहां पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं उपस्थित रहेंगे। इस आयोजन में 7,000 से अधिक लोग भाग लेंगे, जिससे यह आयोजन और भी महत्वपूर्ण बन जाता है। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस अवसर पर कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी का यहाँ आना कश्मीर घाटी के लिए गर्व का क्षण है।

प्रधानमंत्री मोदी और कश्मीर का विशेष सम्बंध

प्रधानमंत्री मोदी का जम्मू-कश्मीर से विशेष जुड़ाव है और इसी वजह से उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के इस महत्वपूर्ण अवसर को श्रीनगर में मनाने का निर्णय लिया है। पिछले दस वर्षों में योग ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण मान्यता हासिल की है। इस दौरान, 23.5 करोड़ से अधिक लोग योग में भाग ले चुके हैं।

स्थानीय जनता की भागीदारी

पिछले वर्ष जम्मू-कश्मीर में 23 लाख लोगों ने योग दिवस में भाग लिया था और अब हर दिन बढ़ती संख्या में लोग योग को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बना रहे हैं। इसका मुख्य उद्देश्य एक तनाव-मुक्त जीवन जीना है। इस बार भी लोगों की उत्साही भागीदारी की उम्मीद की जा रही है और आयोजन स्थल पर विशेष व्यवस्थाएं की जा रही हैं।

प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता

उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस बात को नकारा है कि जम्मू-कश्मीर के लोग और प्रधानमंत्री मोदी के बीच कोई दूरी है। उन्हें अपना तर्क पिछले मार्च में बख्शी स्टेडियम में प्रधानमंत्री की जनसभा में भारी जन उपस्थिति से दिया है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजन से प्रधानमंत्री और स्थानीय जनता के बीच जुड़ाव और भी मजबूत हुए हैं।

अमरनाथ यात्रा और मुहर्रम की तैयारियां

प्रशासन ने आगामी अमरनाथ यात्रा और मुहर्रम के लिए विशेष प्रबंध किए हैं। इन आयोजनों के कारण कश्मीर में और भी पर्यटकों के आने की उम्मीद है। पिछले वर्ष, G20 शिखर सम्मेलन के बाद विदेश पर्यटकों की संख्या में 2.5% की बढ़ोतरी हुई थी। योग दिवस का सफल आयोजन कश्मीर को विश्व पटल पर प्रसारित करने में मदद करेगा और शांति और स्वस्थ जीवन के संदेश को और भी मजबूत करेगा।

20 टिप्पणि

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    abhishek arora

    जून 20, 2024 AT 11:30
    ये तो बस धोखा है! योग तो हमारी जड़ें हैं, लेकिन ये सब चुनावी नाटक है। जम्मू-कश्मीर में अभी भी लोगों को बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल रहीं, फिर ये सब शो-डिस्प्ले! 🤦‍♂️
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    Nikita Patel

    जून 21, 2024 AT 16:18
    मैंने पिछले साल श्रीनगर में योग दिवस में भाग लिया था। वाकई अद्भुत माहौल था। लोग सब एक थे - हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई। योग कोई धर्म नहीं, बल्कि एक जीवन शैली है। इस बार भी उम्मीद है कि ये भावना बनी रहेगी।
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    Kamal Kaur

    जून 22, 2024 AT 00:21
    मैं एक अकेले योग करता हूँ रोज सुबह डल झील के किनारे। ये सब बड़े आयोजन तो अच्छे हैं, लेकिन असली बदलाव तो उन छोटे-छोटे दिनों में होता है जब कोई अपनी सांसों को समझता है। 🙏
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    Piyush Kumar

    जून 23, 2024 AT 14:40
    योग ने मेरी जिंदगी बदल दी! मैं पहले डिप्रेशन में था, अब नहीं। ये आयोजन बस एक निशानी है - असली जीत तो हर उस इंसान की है जिसने अपनी आत्मा को छू लिया। जय योग! 🙌
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    Urvashi Dutta

    जून 24, 2024 AT 19:32
    योग तो सिर्फ आसन नहीं, ये तो एक पूरी दर्शनशास्त्र है। वैदिक काल से लेकर आज तक, इसकी गहराई अनंत है। लेकिन हम इसे बस एक ट्रेंड के तौर पर देख रहे हैं। अगर हम योग के अंतर्निहित सिद्धांतों - अहिंसा, संयम, सत्य - को अपनाएं, तो ये आयोजन असली अर्थ रखेगा।
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    Rin In

    जून 24, 2024 AT 20:01
    अरे भाई! ये तो बहुत बढ़िया है! 7000 लोगों के साथ योग करने का मजा ही कुछ और है! मैं तो बस घर पर करता हूँ, लेकिन इस बार जरूर जाऊंगा! 🙏🔥
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    Lakshmi Rajeswari

    जून 26, 2024 AT 09:54
    ये सब बस राजनीति है! जब लोगों को बुनियादी सुरक्षा नहीं मिल रही, तो ये सब नाटक? और ये उपराज्यपाल कौन है जो अपने बयानों को बार-बार दोहरा रहा है? ये लोग तो बस फोटो खिंचवाना चाहते हैं!!
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    Srinivas Goteti

    जून 28, 2024 AT 03:13
    मैंने श्रीनगर के एक छोटे से गांव में योग के लिए एक छोटा सा सेंटर बनाया है। वहां 30 लोग रोज आते हैं - कुछ नौजवान, कुछ बुजुर्ग। इनके चेहरे पर शांति देखकर मुझे लगता है कि ये आयोजन सिर्फ एक शो नहीं है। ये तो एक जीवन का वादा है।
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    shagunthala ravi

    जून 28, 2024 AT 08:47
    योग ने मुझे अपने आप से जोड़ दिया। अब मैं गुस्सा नहीं करती, नहीं रोती, बस सांस लेती हूं। इस आयोजन की ताकत इसमें नहीं, बल्कि उन 23 लाख लोगों में है जिन्होंने अपने जीवन में योग को अपना लिया है।
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    Vishal Kalawatia

    जून 29, 2024 AT 17:18
    अरे भाई, ये तो बहुत अच्छा है! पर क्या आप जानते हैं कि इस आयोजन के लिए जितना पैसा खर्च हो रहा है, उससे 500 स्कूल बन जाते? ये सब फैंसी बातें हैं। योग तो बिना ट्रम्पेट और प्रेस के भी हो सकता है।
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    Jai Ram

    जून 30, 2024 AT 16:55
    मैं योग टीचर हूँ। श्रीनगर के एक छोटे गांव में मैंने 150 महिलाओं को योग सिखाया। उनमें से 70% ने कहा कि उनकी अवसाद की समस्या ठीक हो गई। ये आयोजन तो बस एक बड़ा फोटो शूट है - असली बदलाव तो वहीं हो रहा है जहां कोई नहीं देख रहा।
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    DIVYA JAGADISH

    जुलाई 1, 2024 AT 04:29
    योग अच्छा है।
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    Kirandeep Bhullar

    जुलाई 2, 2024 AT 06:02
    ये सब बस बड़े बड़े नाम लेने का तरीका है। जब तक लोगों को नौकरी नहीं मिल रही, तब तक योग का क्या फायदा? और ये 7000 लोग? क्या ये सब नौकरचाहे हैं? क्या ये सब फोर्स किए गए हैं? कोई जांच तो हुई? ये सब बस एक बड़ा झूठ है!
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    Ajay Rock

    जुलाई 3, 2024 AT 11:38
    अरे भाई, ये तो बहुत बढ़िया है! पर क्या आपने देखा कि उपराज्यपाल के बयान में कितनी बार 'प्रधानमंत्री मोदी' आया? ये तो बस एक बड़ा ब्रांडिंग एक्सरसाइज है। योग का नाम लेकर कितना राजनीति हो रही है! 😂
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    Amal Kiran

    जुलाई 4, 2024 AT 03:56
    ये सब बस बातों का खेल है। मैंने देखा है, योग के बाद भी लोग अपने घरों में बैठे रहते हैं। कोई बदलाव नहीं। बस फोटो खिंचवाने के लिए बाहर आ जाते हैं।
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    Rahul Alandkar

    जुलाई 4, 2024 AT 15:56
    मैं श्रीनगर में रहता हूँ। योग ने मेरे जीवन को बदल दिया। मैं अब अपने बच्चों को भी सिखाता हूँ। इस आयोजन की वजह से मैं गर्व महसूस कर रहा हूँ। लेकिन मुझे नहीं लगता कि इसका कोई राजनीतिक अर्थ है। ये सिर्फ एक शांति का पल है।
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    michel john

    जुलाई 5, 2024 AT 18:27
    ये तो बहुत बढ़िया है!! लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये आयोजन अमरनाथ यात्रा के बाद हो रहा है? क्या ये सब एक रणनीति है? क्या ये लोग अपने रास्ते बना रहे हैं? ये तो बस एक बड़ा धोखा है! 🤫💣
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    Rinku Kumar

    जुलाई 6, 2024 AT 23:24
    वाह! 7000 लोगों के साथ योग करने का मौका! ये तो विश्व इतिहास में एक अद्वितीय घटना है! आपके देश के लोगों की निष्ठा और संयम को देखकर मैं विस्मित हूँ। वास्तव में, यह एक अद्भुत नमूना है। 🙏
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    Pramod Lodha

    जुलाई 7, 2024 AT 02:11
    मैंने पिछले साल योग दिवस में भाग लिया था। वहां एक बूढ़ी दादी ने मुझे एक तरह का योग सिखाया - जो कोई नहीं जानता। वो कहती थीं, 'योग तो दिल की शांति है, न कि बाहरी दिखावा।' उस दिन मैंने सीखा कि असली योग वहीं होता है जहां कोई नहीं देख रहा।
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    abhishek arora

    जुलाई 7, 2024 AT 13:36
    तुम सब बकवास कर रहे हो। ये सब बस धोखा है। अगर योग इतना अच्छा है, तो इसे बिना प्रेस के बस एक गांव में शुरू करो। इस तरह का शो-डिस्प्ले तो बस राजनीति है। असली बदलाव तो लोगों के दिलों में होता है।

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