जब बात छत्तीसगढ़, भारत के मध्य‑पूर्वी में स्थित, 1 नवम्बर 2000 को बना एक अपेक्षाकृत नया राज्य है, जो समृद्ध वन, खनिज और जीवंत संस्कृति से परिपूर्ण है. इसे अक्सर छत्तीसगढ़ राज्य कहा जाता है, और इसका प्रशासनिक केंद्र रायपुर है. इस क्षेत्र में बोली जाने वाली प्रमुख भाषा छत्तीसगढ़ी भाषा है, जो स्थानीय पहचान को मजबूत करती है. छत्तीसगढ़ का खनिज परिदृश्य, विशेषकर कोयला और लौह अयस्क, राज्य की आर्थिक धुरी है.
राज्य में विस्तृत वनसमूह बिलासपुर के पास स्थित त्रिवेणी राष्ट्रीय उद्यान के रूप में जाना जाता है, जहाँ बाघ, कस्तूरी बाघ और विभिन्न पक्षी प्रजातियों की भरमार है. साथ ही, बस्तर के पहाड़ियों में कोयला उत्खनन बड़े पैमाने पर चल रहा है, जिससे भारत की ऊर्जा जरूरतों का बहुत हिस्सा पूरा होता है. खनिज संसाधन बख़्शीशे खनिज संसाधन केवल कोयला ही नहीं, बल्कि बेमेतरा में लौह अयस्क और नागपुर क्षेत्र में बोरॉक्साइट भी प्रमुख हैं. इन संसाधनों ने राज्य को औद्योगिक हब में बदल दिया है, जहाँ सतत् विद्युत उत्पादन और इस्पात कारखाने उन्नत तकनीक अपनाते हैं.
आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ, रायपुर और बिलासपुर एक‑दूसरे से तेज़ हाईवे और रेल कनेक्शन द्वारा जुड़े हैं, जिससे उद्योगों की आपूर्ति श्रृंखला में सुगमता आती है. साथ ही, छत्तीसगढ़ की जलवायु – वर्षा‑संतुलित और गर्मीयां मध्यम – कृषि के लिए अनुकूल है, जहाँ धान, मक्का, तिलहैरी प्रमुख फसलें हैं. इस मिश्रण से राज्य की जीडीपी में निरंतर वृद्धि देखी जा रही है, और नई निवेश योजनाएँ जैसे "स्मार्ट सिटी" रायपुर में लागू हो रही हैं.
छत्तीसगढ़ की संस्कृति में संगीत, नृत्य और लोककला का विशेष स्थान है. "धमधाची" साँसारी और "पंडवानी" नाटक राज्य के सामाजिक मिलन को दर्शाते हैं. धार्मिक स्थल जैसे चित्रकूट की श्री राम भरोसे मंदिर, बिलासपुर के बाड़ी महादेव और दंतवाला के धमतरी मंदिर, दर्शकों को आध्यात्मिक शांति प्रदान करते हैं. पर्यटक चित्रकूट की धुंधली पहाड़ियों, चंद्रखड़ी के घाटियों और सवनी जलप्रपात की सुन्दरता का आनंद ले सकते हैं. इन स्थलों की यात्रा न केवल मन को शान्ति देती है, बल्कि स्थानीय हस्तशिल्प जैसे बांस की कलाकृति और लोहा कार्य को भी सपोर्ट करती है.
छत्तीसगढ़ के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों में NIT रायपुर और IIT रायपुर शामिल हैं, जो तकनीकी शिक्षा को राष्ट्रीय स्तर पर ले जाते हैं. इन संस्थानों की रेग्यूलेशन से राज्य में स्टार्ट‑अप इकोसिस्टम विकसित हो रहा है, जहाँ युवा नवाचार और उद्यमिता में सक्रिय हैं. खेल क्षेत्र में भी छत्तीसगढ़ ने प्रगति की है; रायपुर में स्थित अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम ने कई महत्वपूर्ण मैच आयोजित किए हैं, जिससे स्थानीय खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय मंच मिल रहा है.
राज्य की सामाजिक गतिशीलता को समझने के लिए हालिया समाचारों को देखना ज़रूरी है. न्यायिक मामलों से लेकर पर्यावरणीय नीतियों तक, छत्तीसगढ़ की खबरें राष्ट्रीय मंच पर अक्सर चर्चा का विषय बनती हैं. उदाहरण के लिये, सुप्रीम कोर्ट में छत्तीसगढ़ के पर्यावरण संरक्षण से जुड़े मामलों की सुनवाई ने राज्य की नीतियों को नया रूप दिया है. इसी प्रकार, स्वास्थ्य, शिक्षा और बुनियादी ढाँचा से जुड़ी नवीनतम पहलें, जैसे ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों का विस्तार और डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम, लोगों की जीवनस्तर को सुधार रही हैं.
नीचे आप छत्तीसगढ़ से जुड़ी ताज़ा ख़बरें, विश्लेषण और विविध पहलुओं पर लेख पाएँ, जो आपको इस राज्य की समृद्धि और चुनौतियों की एक व्यापक दृष्टि देंगे.
कंदागांव जिले के रावासवही में आयोजित कबड्डी प्रतियोगिता के दौरान अचानक गिरी 11 kV हाई वोल्टेज लाइन ने भीड़ के तंबू को मार गिराया। इस हादसे में तीन लोगों की मौत और तीन घायल हुए। पीड़ितों को तुरंत विष्रमपुर अस्पताल पहुंचाया गया, जहाँ दो गंभीर रूप से इलाज के लिये उन्नत सुविधा में भेजे गये। जिला प्रशासन ने घटनास्थल की जांच शुरू कर दी है और भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने हेतु सुरक्षा उपायों की समीक्षा कर रहा है।
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