गर्मियों का मौसम आया तो हीटवेव भी साथ लाता है, और अगर तैयारी नहीं हुई तो रोज़मर्रा की ज़िंदगी में दिक्कतें बढ़ सकती हैं। इस टैग पेज पर हम आपको भारत के विभिन्न हिस्सों में चल रहे गर्मी से जुड़ी खबरें, सरकारी अलर्ट और आसान बचाव उपाय देंगे। चाहे आप उत्तर प्रदेश में बाढ़ के डर से परेशान हों या दिल्ली‑एनसीआर की धूप से जलते हों, यहाँ मिलेंगे सारे अपडेट एक जगह.
इंटरनेशनल मैटरियल डिपार्टमेंट (IMD) ने उत्तर प्रदेश के 47 जिलों में 22‑25 अगस्त तक भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है, लेकिन साथ ही कई क्षेत्रों में तापमान दो अंकों में गिर सकता है। इस तरह की दोहरी स्थिति में लोग अक्सर भ्रमित हो जाते हैं—गरम हवा और तेज़ बाढ़ दोनों एक ही दिन में आ सकते हैं। इसी कारण से स्थानीय प्रशासन ने ट्रैफिक को सीमित करने का आदेश दिया है, इसलिए अगर आप यात्रा योजना बना रहे हैं तो रूट चेंज के लिए तैयार रहें.
उत्तरी भारत में अप्रैल‑मई में लगातार 40°C से ऊपर तापमान दर्ज किया गया है। इस समय जल संरक्षण और सही हाइड्रेशन बहुत ज़रूरी है। सरकार ने कई स्कूलों और ऑफिसों में एसी की सेटिंग को 24‑25 डिग्री पर रखने की सलाह दी है, ताकि बच्चों और कर्मचारियों के स्वास्थ्य पर असर न पड़े.
गर्मियों में सबसे बड़ा जोखिम डीहाइड्रेशन (पानी की कमी) है। दिन में दो‑तीन बार 200-300 मिलीलीटर पानी पीना आदत बनाएं, चाहे प्यास लगी हो या नहीं। अगर बाहर जाना ही पड़े तो हल्के रंग के कपड़े और टोपी पहनें, क्योंकि धूप से सीधे शरीर पर पड़ने वाला गर्मी जल्दी बढ़ जाता है.
बच्चों और बुज़ुर्गों को विशेष ध्यान देना चाहिए। उन्हें शाम‑संध्या में ठंडे पानी की बोतल या फल का रस दें और एसी वाले कमरों में थोड़ा समय बिताने का मौका बनाएं। घर पर अगर फैन नहीं है तो बर्फ के टुकड़े लेकर पंखे के सामने रखें, इससे हवा ठंडी महसूस होगी.
बाढ़ से बचने के लिए जरूरी है कि घर की निचली मंजिलों में रखी चीज़ें ऊँची कर दें और जलरोधी बैग में महंगे इलेक्ट्रॉनिक सामान रखें। यदि बारिश तेज़ हो रही हो तो बाहर निकलना टालें, खासकर बच्चों को खुली जगह पर अकेला न छोड़ें.
सड़क यात्रा के दौरान एयर कंडीशनर का इस्तेमाल करने से कार की फ्यूल इफ़िशिएंसी कम नहीं होती, बल्कि ड्राइवर और यात्रियों दोनों को थकान भी नहीं लगती। अगर आप साइकिल या मोटरसाइकिल चलाते हैं तो हेडलाइट और मिरर साफ रखें—बारिश में दृश्यता घट जाती है.
अंत में एक बात याद रखें: हीटवेव सिर्फ मौसम की घटना नहीं, बल्कि स्वास्थ्य पर बड़ा असर डालती है। अगर सिर दर्द, चक्कर या उल्टी जैसी लक्षण दिखें तो तुरंत ठंडे स्थान पर बैठें और डॉक्टर से संपर्क करें. हमारी साइट पर आप रोज़ अपडेटेड अलर्ट पढ़ सकते हैं, जिससे आप हमेशा एक कदम आगे रहेंगे.
इन टिप्स को अपनाकर आप न सिर्फ अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे, बल्कि अपने परिवार और दोस्त‑मित्रों को भी मदद कर सकेंगे। हीटवेव के दौरान जागरूक रहें, सही जानकारी रखें और सुरक्षित रहें।
उत्तर प्रदेश के 13 जिलों में तापमान 41 डिग्री के पार पहुंच गया है, जिसको देखते हुए IMD ने Orange Alert जारी किया है। अगले दो दिनों में गर्मी और बढ़ने की चेतावनी दी गई है। भारी उमस और तेज़ धूलभरी हवाओं के कारण स्थिति गंभीर हो गई है। प्रशासन लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दे रहा है।
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