इंडियन मोनेटरी डिपार्टमेंट (IMD) हर दिन बारिश, तूफ़ान और बाढ़ की संभावनाओं को आँकलन करता है। जब कोई क्षेत्र जोखिम में होता है तो वह रेड अलर्ट या अन्य ग्रेड जारी करता है। इस पेज पर हम आपको सबसे हालिया IMD अलर्ट, उनका असर और क्या कदम उठाने चाहिए, सब सरल शब्दों में बताते हैं।
IMD अलर्ट एक मौसम चेतावनी प्रणाली है जिसमें बारिश की मात्रा, बाढ़ के खतरे और हवा की ताकत को चार ग्रेड – रेड, ऑरेंज, येलो, ग्रेनाइट – में बाँटा जाता है। रेड सबसे गंभीर होता है; इसका मतलब है कि भारी बरसात या तेज़ी से बढ़ती जल स्तर से तत्काल जोखिम है। अलर्ट जारी होते ही स्थानीय प्रशासन, मीडिया और लोगों को तुरंत सूचना मिलती है ताकि वे सुरक्षित रह सकें।
उदाहरण के तौर पर, 22‑25 अगस्त 2025 में IMD ने उत्तर प्रदेश के 47 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया। उन क्षेत्रों में 64.5–115.5 मिमी तक बारिश की संभावना थी, जिससे शहरों में जलभराव, सड़क बंद और निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया। प्रशासन ने लोगों से अनावश्यक यात्रा नहीं करने को कहा और घर के अंदर रहने का सुझाव दिया।
अगर आपका गाँव या कस्बा अलर्टेड है तो कुछ आसान कदम अपनाएँ:
इसी तरह, मार्च 2025 में उत्तर प्रदेश में 30 किमी/घंटा की तेज़ हवाओं के साथ हल्की बारिश का अनुमान था। इस दौरान घर के बाहर के वस्तुओं को कस कर बांधें और खुले क्षेत्रों में काम करने से बचें।
हमारे पास कई ऐसे लेख हैं जो प्रत्येक अलर्ट को विस्तार से बताते हैं – जैसे UP मौसमी अलर्ट, उत्तराखंड की बरसात, या राष्ट्रीय स्तर पर आने वाली बड़ी चेतावनियां। आप इन लेखों को पढ़कर अपने क्षेत्र में संभावित जोखिम समझ सकते हैं और उचित तैयारी कर सकते हैं।
ध्यान रखें: IMD अलर्ट केवल जानकारी नहीं बल्कि कार्रवाई का संकेत है। जब भी रेड या ऑरेंज अलर्ट देखें, तुरंत स्थानीय खबरें सुनें, आधिकारिक दिशा‑निर्देश अपनाएँ और अपने परिवार की सुरक्षा को प्राथमिकता दें। हमारे साइट पर इस टैग के तहत सभी नवीनतम अपडेट मिलेंगे – बस एक क्लिक से आप तैयार रह सकते हैं।
उत्तर प्रदेश के 13 जिलों में तापमान 41 डिग्री के पार पहुंच गया है, जिसको देखते हुए IMD ने Orange Alert जारी किया है। अगले दो दिनों में गर्मी और बढ़ने की चेतावनी दी गई है। भारी उमस और तेज़ धूलभरी हवाओं के कारण स्थिति गंभीर हो गई है। प्रशासन लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दे रहा है।
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