भारी ट्रक या मालगाड़ी सड़क पर चलाते समय छोटी‑सी ग़लती भी बड़े नुकसान में बदल सकती है। हम अक्सर सुनते हैं कि ट्रक का ब्रेक फेल हो गया या ड्राइवर नींद में था। पर असली कारण अक्सर सोची‑समझी लापरवाही या रख‑रखाव की कमी होती है। इस लेख में हम मालगाड़ी टक्कर के आम कारण, बचाव के आसान उपाय और हालिया कुछ घटनाओं पर नज़र डालेंगे।
1. ब्रेक फेल होना – नियमित सर्विस न कराना, तेल या ब्रेक पैड की कमियों से ब्रेक धीमा या बंद हो सकता है।
2. ऑवरस्पीड – मालगाड़ी हल्की नहीं, इसलिए गति कम रखनी चाहिए, नहीं तो रफ ब्रीकिंग में नियंत्रण खो जाता है।
3. ड्राइवर की भागीदारी – देर रात या थकान में ड्राइव करना, मोबाइल या अन्य डिस्टर्बेंस से ध्यान भटकना टक्कर का बड़ा कारण है।
4. टायर की स्थिति – घिसे या फटे टायर फिसले हुए सड़कों पर अचानक स्किड कर सकते हैं।
5. लोड का संतुलन – माल को ठीक से बांधना चाहिए, अगर लोड खिसक गया तो वाहन अस्थिर हो जाता है।
• हर महीने कम से कम एक बार ब्रेक, टायर, लाइट और हाइड्रोलिक सिस्टम की जांच कराएँ।
• गति सीमा का पालन करें, खासकर जंक्शन, मोड़ और पहाड़ी रास्तों पर।
• लंबी दूरी पर ड्राइव करने से पहले पर्याप्त नींद लें, यदि थकान महसूस हो तो रेस्ट एरिया में ब्रेक ले लें।
• मोबाइल को सीट पर रखकर ‘डू नॉट डिस्टर्ब’ मोड पर रखें; ज़रूरत पड़े तो ड्राइवर को सहायक बनाएं।
• लोड को बराबर और सुरक्षित ढंग से बाँधें, वजन सीमा का ख़्याल रखें।
जब आप इन बुनियादी बातों का ध्यान रखते हैं तो मालगाड़ी टक्कर की संभावना बहुत कम हो जाती है। साथ ही, अगर आप सड़क पर दूसरों को देखते हैं कि कोई ट्रक अस्थिर लग रहा है, तो तुरंत पुलिस या हेल्पलाइन को सूचित करें। इससे बड़े हादसे को रोका जा सकता है।
हाल के कुछ केस दिखाते हैं कि सही रोकथाम के बिना टक्कर कितनी गंभीर हो सकती है। पिछले महीने उत्तराखंड में एक ट्रक ने बर्फीले मोड़ में ब्रेक फेल कर दिया, जिससे दो कारें धकेल दी गईं और कई लोग घायल हुए। वहीं, दिल्ली-एनसीआर में एक रात के समय एक मालगाड़ी ने तेज़ी से मोड़ लेने की कोशिश में टक्कर मार दी, जिससे सड़कों पर ट्रैफ़िक जाम हो गया। इन घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि रख‑रखाव और सतर्क ड्राइविंग कितनी ज़रूरी है।
अगर आप मालगाड़ी मालिक या ड्राइवर हैं तो अपने रिकॉर्ड को भी अपडेट रखें। कई राज्य सड़क दुर्घटना विभाग ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म पर टक्कर की रिपोर्ट जमा करने की सुविधा देते हैं। यह न सिर्फ मदद करता है कि स्थानीय प्रशासन तेज़ी से सहायता भेजे, बल्कि भविष्य में समान दुर्घटनाओं को रोकने में भी मददगार होता है।
अंत में, याद रखें कि सड़क हमारी सभी की जिम्मेदारी है। छोटे‑छोटे कदम जैसे ब्रेक चेक, अच्छी नींद, या लोड को सही ढंग से बाँधना, बड़ी बचत – जीवन और संपत्ति की – में बदल सकता है। मालगाड़ी टक्कर को कम करने के लिए हम सबको मिलकर जागरूकता फैलानी होगी और नियमों का पालन करना होगा।
कंचनजंगा एक्सप्रेस के साथ हुए हादसे में मालगाड़ी की सिग्नल तोड़कर टक्कर से आठ लोगों की मौत हो गई और 25 से अधिक घायल हो गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घटना पर शोक व्यक्त किया।
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