पावेल ड्यूरोव: टेक दुनिया में उनका असर और नई सोच

अगर आप ऑनलाइन चैट या मैसेजिंग ऐप्स इस्तेमाल करते हैं तो पावेल ड्यूरोव का नाम आपके कानों में आ सकता है। उन्होंने 2013 में टेलीग्राम लॉन्च किया, जो अब कई देशों में भरोसेमंद विकल्प बन गया है। इस लेख में हम उनके शुरुआती जीवन, टेलीग्राम की कहानी और आज के नए प्रोजेक्ट्स पर बात करेंगे—सभी आसान भाषा में।

पावेल ड्यूरोव की शुरुआती जिंदगी

ड्यूरोव का जन्म 1984 में सेंट पीटरर्सबर्ग, रूस में हुआ था। बचपन से ही कंप्यूटर और कोडिंग में दिलचस्पी थी; स्कूल के बाद उन्होंने स्टैनफर्ड विश्वविद्यालय में पढ़ाई की, लेकिन जल्दी वापस रशिया आकर अपनी टेक कंपनी VK (वॉकेशन) बनायी। VK ने रूसी सोशल नेटवर्क्स में धूम मचा दी और ड्यूरोव को बड़े पैमाने पर डेटा संभालने का अनुभव मिला। यह ही अनुभव बाद में टेलीग्राम के एन्क्रिप्शन सिस्टम में काम आया।

टेलीग्राम और नई पहल

2013 में टेलीग्राम लॉन्च करने का मुख्य मकसद था तेज, सुरक्षित और मुफ्त मैसेजिंग देना। ऐप की खास बात है एन्ड-टू-एन्ड एन्क्रिप्शन, जिससे आपके चैट सिर्फ आप और दूसरे व्यक्ति देख सकते हैं। इस तकनीक ने कई सरकारों को परेशान कर दिया, लेकिन यूज़र्स को भरोसा मिला। आज टेलीग्राम में 600 मिलियन से ज्यादा एक्टिव यूज़र हैं और ग्रुप्स व चैनल्स के ज़रिए बड़े पैमाने पर जानकारी शेयर की जाती है।

टेलीग्राम के बाद भी ड्यूरोव नई चीज़ों में हाथ आजमा रहे हैं। उनका प्रोजेक्ट TON (The Open Network) ब्लॉकचेन पर आधारित एक प्लेटफ़ॉर्म है, जिसका लक्ष्य तेज और कम लागत वाले ट्रांज़ैक्शन देना है। TON ने कई डेवलपर्स को आकर्षित किया है क्योंकि यह डीसेंट्रलाइज़्ड एप्लिकेशन्स बनाने में आसान माना जाता है।

ड्यूरोव की सोच हमेशा प्राइवेसी पर केंद्रित रही है। उन्होंने कभी भी विज्ञापन या उपयोगकर्ता डेटा बेचने से इनकार कर दिया, जो आज के कई बड़े प्लेटफ़ॉर्म्स से अलग है। इस कारण टेलीग्राम को अक्सर सरकारों द्वारा ब्लॉक किया जाता है, लेकिन कंपनी फिर भी वैकल्पिक डोमेन्स और VPN का सहारा लेती है ताकि यूज़र कनेक्टेड रहें।

अगर आप टेक स्टार्टअप या प्राइवेसी-फ़र्स्ट एप्लिकेशन शुरू करना चाहते हैं तो पावेल ड्यूरोव की कहानी से सीख मिल सकती है। उन्होंने दिखाया कि मजबूत तकनीक और स्पष्ट विज़न के साथ बड़े बाजार में जगह बनायी जा सकती है, चाहे प्रतिस्पर्धा कितनी भी तगड़ी हो।

भविष्य में टेलीग्राम और TON दोनों को कई अपडेट मिलने की उम्मीद है। ड्यूरोव ने कहा है कि अगले साल तक वे एआई इंटीग्रेशन और अधिक सुरक्षा फीचर जोड़ेंगे, जिससे यूज़र अनुभव और बेहतर होगा। अगर आप इन बदलावों का ट्रैक रखना चाहते हैं तो टेलीग्राम के आधिकारिक ब्लॉग या उनके ट्विटर अकाउंट पर नज़र रखें।

संक्षेप में, पावेल ड्यूरोव एक ऐसे उद्यमी हैं जिन्होंने सिर्फ एक मैसेजिंग ऐप नहीं बनाया, बल्कि प्राइवेसी और ओपन टेक्नोलॉजी का नया मानक स्थापित किया है। उनकी कहानी बताती है कि सही लक्ष्य और निरंतर मेहनत से आप डिजिटल दुनिया में बड़ा बदलाव ला सकते हैं।

फ्रांस हवाईअड्डे पर टेलीग्राम के सीईओ पावेल ड्यूरोव की गिरफ्तारी: जानिए पूरा मामला
अग॰, 25 2024

फ्रांस हवाईअड्डे पर टेलीग्राम के सीईओ पावेल ड्यूरोव की गिरफ्तारी: जानिए पूरा मामला

टेलीग्राम के संस्थापक और सीईओ पावेल ड्यूरोव को पेरिस के बाहरी हिस्से स्थित Le Bourget हवाईअड्डे पर फ्रांसीसी अधिकारियों द्वारा गिरफ्तार किया गया। उन्हें निजी जेट से उतरते ही पकड़ा गया। वह अज़रबैजान से आ रहे थे। ड्यूरोव पर कम से कम मॉडरेशन और गैर-ताबेजी इल्जाम लगाए गए हैं।

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