आपने शायद समाचार में कई बार ‘रेड अलर्ट’ शब्द सुना होगा, लेकिन असली मतलब और उसके बाद हमें क्या करना चाहिए, अक्सर स्पष्ट नहीं होता। रेड अलर्ट का मतलब है कि मौसम विभाग ने अत्यधिक ख़तरनाक स्थिति की पहचान की है – चाहे वो तेज़ बरसात, बाढ़, या अन्य प्राकृतिक आपदा हो। इसका मतलब है: तैयार रहिए, सतर्क रहिए और जरूरी कदम उठाइए।
उदाहरण के तौर पर, इस साल उत्तर प्रदेश में IMD ने 47 जिलों में अगले चार दिनों के लिए भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया। पुश्तैनी डेटा के मुताबिक, कुछ जगहों पर 64.5‑115.5 मिमी तक बारिश हो सकती है। उसी समय कई शहरों में शहरी जलभराव, सड़कों पर बाधा और निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा भड़क गया। प्रशासन ने हाई अलर्ट पर अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की, और कहा कि तापमान 2‑3 डिग्री तक गिर सकता है, लेकिन उमस बनी रहेगी।
इसके अलावा, जून में उत्तर प्रदेश में तेज़ हवाओं और कुछ जिलों में होली के दौरान बारिश की भी संभावना बताई गई थी। ऐसे मौसम में सुरक्षा उपायों को नजरअंदाज़ नहीं करना चाहिए।
1. **स्थानीय खबरों पर नजर रखें** – टीवी, रेडियो या विश्वसनीय वेबसाइट्स पर अपडेट्स फ़ॉलो करें।
2. **बिजली और गैस के वाल्व बंद करें** अगर आप ऐसे क्षेत्र में रहते हैं जहाँ बाढ़ की संभावना है।
3. **उच्च जगह पर रहें** या अगर आप नीचे के इलाकों में हैं तो तुरंत सुरक्षित ऊँचा स्थान खोजें।
4. **जरूरी दस्तावेज़ और दवाइयाँ तैयार रखें** – पहचान पत्र, मेडिकल कार्ड, आवश्यक दवाइयाँ एक गोल बैग में रखें।
5. **सड़क को साफ रखें** यदि आपको निकलना पड़े, तो पानी के जमा होने से बचने के लिए रास्ते में जाम नहीं होना चाहिए।
सरकार अक्सर रेड अलर्ट के दौरान ट्रैफिक नियंत्रण, हेल्पलाइन नंबर और आश्रय स्थलों की जानकारी देती है। इनका उपयोग करके आप खुद को और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं।
यदि आप बाहर हैं तो स्थानीय पुलिस या शहर के एलर्ट सर्विस से तुरंत संपर्क करें। उनकी मदद से आपको निकासी मार्ग और सुरक्षित जगहों की सही जानकारी मिल जाएगी।
आखिर में, रेड अलर्ट एक चेतावनी है, न कि पैनिक का कारण। सही जानकारी और त्वरित कार्रवाई से आप इसको आसानी से संभाल सकते हैं। इसलिए, अगली बार जब रेड अलर्ट सुनें, तो तुरंत इस लेख में बताये कदम उठाएँ और सुरक्षित रहें।
IMD ने मध्य प्रदेश के 10 जिलों में भारी बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। अगले तीन दिन 15 मिमी प्रति घंटा से ज्यादा तेज बारिश और गरज-चमक के आसार हैं। कुछ जिलों में ऑरेंज अलर्ट भी लागू है। उत्तर प्रदेश और हिमाचल के कई हिस्सों में भी यही सिस्टम सक्रिय है। प्रशासन ने बाढ़ जैसे हालात से निपटने के लिए टीमें तैयार रखी हैं।
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