एक सुबह जब बच्चे क्लास शुरू करने के लिए तैयार थे, तभी रोहिणी स्कूले एक धड़ाकेदार आवाज़ सुनाई दी। कई वर्गों में गैस का विस्फोट हुआ और धुआँ पूरे कॉम्प्लेक्स को घेर लिया। इस घटना ने न केवल छात्रों बल्कि उनके माता‑पिता, शिक्षकों और प्रशासन को हैरान कर दिया। चलिए जानते हैं क्या हुआ, क्यों हुआ और आगे ऐसी दुर्घटनाओं से बचने के लिए हमें कौन‑से कदम उठाने चाहिए।
स्थानीय पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक, स्कूल की रसोई में इस्तेमाल होने वाले गैस सिलिंडर में लीकेज हुआ था। लीकिंग गैस ने एक छोटी सी ज्वाला को पकड़ लिया जिससे बड़े पैमाने पर विस्फोट हो गया। बचाव दल ने तुरंत परिसर को खाली कर दिया, एम्बुलेंस और फायर ब्रिगेड को बुलाया गया। घायल छात्रों को निकटतम अस्पताल में भर्ती कराया गया जबकि बाकी विद्यार्थियों को सुरक्षित जगहों पर इकट्ठा किया गया। प्रशासन ने बताया कि सभी सुरक्षा उपाय पहले से मौजूद थे, लेकिन नियमित निरीक्षण की कमी इस हादसे का कारण बनी।
स्कूल में गैस सिलिंडर और अन्य ज्वलनशील सामग्री को संभालना आसान काम नहीं है। यहाँ कुछ सरल लेकिन प्रभावी उपाय हैं जो हर स्कूल अपना सकता है:
इन कदमों से न केवल संभावित जोखिम कम होगा, बल्कि आपातकाल में तेज़ और व्यवस्थित प्रतिक्रिया भी संभव होगी। माता‑पिता को भी यह जानना चाहिए कि स्कूल में सुरक्षा के लिए कौन‑से प्रोटोकॉल लागू हैं। अगर कुछ अनिश्चित लग रहा हो तो पूछें, जांच करवाएँ और सुनिश्चित करें कि आपके बच्चे सुरक्षित माहौल में पढ़ रहे हैं।
रोहिणी स्कूल विस्फोट ने हमें याद दिलाया कि छोटे‑छोटे लापरवाहियों का बड़ा असर हो सकता है। लेकिन सही जागरूकता और समय पर कदम उठाने से हम इस तरह की घटनाओं को बहुत हद तक रोक सकते हैं। यदि आप स्कूल में काम करते हैं या बच्चे के माता‑पिता हैं, तो आज ही अपने संस्थान से सुरक्षा जांच करवाने की माँग करें। यह सिर्फ एक बार का उपाय नहीं, बल्कि निरंतर प्रक्रिया होनी चाहिए।
आखिरकार, हर बच्चा सीखने और खेलने के लिए सुरक्षित स्थान का हक़दार है। स्कूल प्रशासन को इस जिम्मेदारी को समझते हुए तुरंत सुधारात्मक कदम उठाने चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसा दु:खद हादसा दोबारा न हो।
दिल्ली के रोहिणी इलाके में स्थित सीआरपीएफ स्कूल के पास रविवार सुबह एक भीषण बम धमाका हुआ, जिससे स्कूल की दीवार समेत आस-पास की कई दुकानों को नुकसान पहुंचा। अच्छी बात यह रही कि हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ। घटना स्थल से प्राप्त सीसीटीवी फुटेज में धमाके की तीव्रता को देखा जा सकता है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और फॉरेंसिक टीम ने संदिग्ध सफेद पाउडर की जांच के लिए नमूने लिए हैं।
आगे पढ़ें